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सेंट पीट्सबर्ग: रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमिर पुतिन ने विदेशों में कोई भी खाता होने से आज इनकार करते हुए पनामा पेपर्स दस्तावेज लीड कांड को रूस को कमजोर करने के अमेरिकी षड्यंत्र का हिस्सा बताया। पुतिन ने अपने संगीतकार मित्र, जिनपर विदेश में कंपनी चलाने का आरोप है, का बचाव करते हुए उन्हें परमार्थ कार्य करने वाला ऐसा व्यक्ति बताया जो रूस के सरकारी संग्रह के लिए दुर्लभ वाद्य यंत्र खरीदता है। सेंट पीट्सबर्ग में मीडिया फोरम में बातचीत करते हुए पुतिन ने कहा कि पश्चिमी मीडिया ने विदेशी व्यावसाय में उनका नाम होने का दावा किया, जबकि पनामा पेपर्स लीक के किसी भी दस्तावेज में उनका नाम कहीं नहीं है। पुतिन ने इन आरोपों को अमेरिका द्वारा रूस की सरकार को कमजोर करने के लक्ष्य से देश के खिलाफ चलाया जा रहा फर्जी सूचना अभियान करार दिया। उन्होंने कहा, ‘‘वे हमें अंदरूनी तौर पर अस्थिर करना चाहते हैं ताकि हमें और नरम कर सकें।’’

बीजिंग: चीन के आधिकारिक मीडिया ने भारत को आगाह किया कि अगर वह संयुक्त राष्ट्र में जैश ए मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर को प्रतिबंधित कराने में बीजिंग द्वारा रोड़ा लगाए जाने के बदले अपने देश में चीनी कंपनियों पर सुरक्षा प्रतिबंध को कड़ा करने के कथित कदम पर आगे बढ़ता है तो उसे 'फायदे से ज्यादा नुकसान' होगा। सरकार संचालित ग्लोबल टाइम्स में छपे एक लेख में कहा गया, 'अगर भारत चीनी कंपनियों पर सुरक्षा प्रतिबंध कड़े करता है, अगर वह चीनी कंपनियों को दी गई सुरक्षा मंजूरी को खत्म करता है तो इससे भारत को फायदे से ज्यादा नुकसान उठाना पड़ेगा।' यह लेख भारत में आधिकारिक सूत्रों द्वारा यह कहे जाने के बाद आया है कि पठानकोट वायुसेना स्टेशन पर आतंकी हमले के मद्देनजर संयुक्त राष्ट्र में भारत के प्रयासों में चीन द्वारा रोड़ा लगाए जाने के बाद सुरक्षा प्रतिष्ठान का मत है कि चीनी कंपनियों को दी गई सुरक्षा मंजूरी की समीक्षा की जानी चाहिए। शंघाई एकेडमी ऑफ सोशल साइंसेज में इंस्टिट्यूट ऑफ इंटरनेशनल रिलेशंस से जुड़े शोध सदस्य हू झियोंग ने कहा, 'चीनी कंपनियां संभावित सुरक्षा मंजूरी समीक्षा के चलते भारत में अपनी विस्तार योजनाओं के बारे में दो बार सोचने को मजबूर होंगी ।

फिलाडेल्फिया (अमेरिका): विसकोन्सिन में हार के एक दिन बाद हिलेरी क्लिंटन ने चीन की कड़ी आलोचना करते हुए संगठित क्षेत्र के कर्मचारियों की बहुलता वाले पेनसेल्वानिया में चुनाव प्रचार के दौरान चेतावनी देते हुए कहा कि यदि वह राष्ट्रपति बन जाती हैं तो इस एशियाई देश (चीन) को ‘नियमों का पालन’ करना पड़ेगा। अमेरिका के इस पूर्वी राज्य में संगठित क्षेत्र के कर्मचारी एक प्रभावी कारक हैं। यहां 26 अप्रैल को राष्ट्रपति पद की प्राइमरी का आयोजन होना है। हिलेरी ने कहा, ‘‘चीन हमारे बाजारों में सस्ते उत्पादों को अवैध तरीके से उतारता है, हमारे व्यापार संबंधी राज़ चुराता है, अपनी मुद्रा से खेल खेलता है, सरकारी कंपनियों को अनुचित लाभ देता है और अमेरिकी कंपनियों के साथ भेदभाव करता है।’’ ‘‘हम चीन के अवैध कामों के लिए उस पर आरोप तय करेंगे।’’ फिलाडेल्फिया में राज्य की एएफएल-सीआईओ यूनियन के सम्मेलन के समक्ष की गई हिलेरी की ये टिप्पणियां चुनाव प्रचार के दौरान बीजिंग के बारे में उनकी सबसे उग्र टिप्पणी थी।

वाशिंगटन: अमेरिका में वीजा जालसाजी को लेकर किए गए एक स्टिंग ऑपरेशन में दस भारतीय अमेरिकियों समेत 21 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इस स्टिंग ऑपरेशन के तहत वीजा घोटाले का पर्दाफाश करने के लिए अमेरिकी प्रशासन ने एक फर्जी विश्वविद्यालय गठित किया, जिसने एक हजार से अधिक विदेशियों को छात्र और कार्य वीजा की इजाजत दी गई। राष्ट्रव्यापी अभियान में संघीय प्रशासन ने न्यूयॉर्क, न्यूजर्सी, वाशिंगटन और वर्जीनिया से 21 लोगों को गिरफ्तार किया। न्यूजर्सी के अमेरिकी अटॉर्नी पॉल जे फिशमैन ने संवाददाताओं को बताया, 'इन आरोपियों ने लोगों को फर्जी विश्व विद्यालय में दाखिला दिलवा कर उनके लिए वीजा हासिल किया। उनकी बदकिस्मती यह रही कि इस फर्जी विश्वविद्यालय को होमलैंड सुरक्षा विभाग के छुपे हुए एजेंटों द्वारा ही चलाया जा रहा था।' गिरफ्तार किए गए लोग दलाल, भर्ती करने वाले और कर्मचारी थे जो गैरकानूनी और फर्जी तरीके से छात्रों के लिए वीजा का जुगाड़ करते थे, जिन्होंने 26 देशों के एक हजार विदेशी नागरिकों के लिए छात्र वीजा और विदेशी कामगार वीजा हासिल किया।

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