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'हाईकोर्ट के आदेश तक ट्रायल कोर्ट कोई कार्रवाई न करे': सुप्रीम कोर्ट

वाशिंगटन: अमेरिका के जॉर्जिया राज्य में एक व्यक्ति ने 14 साल की एक मुस्लिम लड़की का हिजाब खींच कर उतारा और उसे आतंकी बताया। पुलिस उस व्यक्ति की तलाश कर रही है। पुलिस ने बताया कि बीते सोमवार यह लड़की कुछ अन्य लोगों के साथ अटलांटा में पेरिमीटर मॉल की पार्किंग में थी। उसी दौरान एक व्यक्ति आया और लड़की का हिजाब खींच कर फरार हो गया। ऐसा करते वक्त उसने जोर से ‘आतंकवादी’ कहा। ‘अटलांटा जर्नल- कॉस्टीटयूशन’ के अनुसार, डुनवुडी पुलिस का कहना है कि वह किशोरी का हिजाब खींचने वाले व्यक्ति की तलाश कर रही है। पुलिस प्रमुख बिल्ली ग्रोजन ने कहा, डुनवुडी बहुलता वाला समुदाय है। यहां सभी धर्मों के लोगों का स्वागत है। इसलिए यह घटना बेहद असामान्य है। पुलिस विभाग अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। वह इस मामले की विस्तृत जांच करेगी।

बीजिंग: दलाई लामा की अरूणाचल यात्रा को लेकर भारत के समक्ष कड़ा विरोध दर्ज कराने के कुछ ही दिन बाद चीन ने पहली बार इस राज्य के छह स्थानों के ‘मानकीकृत’ आधिकारिक नामों की घोषणा कर दी है और पहले से जोखिमपूर्ण चल रही स्थिति को और अधिक नाजुक बना दिया है। सरकारी मीडिया ने कहा है कि इस कदम का उद्देश्य इस राज्य पर चीन के दावे को दोहराना था। चीन इस राज्य को ‘दक्षिण तिब्बत’ कहता है। सरकारी ग्लोबल टाइम्स की खबर के अनुसार, चीन के नागरिक मामलों के मंत्रालय ने 14 अप्रैल को घोषणा की थी कि उसने केंद्र सरकार के नियमों के अनुरूप ‘दक्षिण तिब्बत’ ( अरुणाचल प्रदेश) के छह स्थानों के नामों का चीनी, तिब्बती और रोमन वर्णों में मानकीकरण कर दिया है। रोमन वर्णों का इस्तेमाल कर रखे गए छह स्थानों के नाम वोग्यैनलिंग, मिला री, कोईदेंगारबो री, मेनकुका, बूमो ला और नमकापब री हैं। चीन अरुणाचल प्रदेश को दक्षिण तिब्बत कहता है जबकि भारत का कहना है कि विवादित क्षेत्र अक्सई चिन क्षेत्र है, जिसे चीन ने वर्ष 1962 के युद्ध में कब्जा लिया था। भारत-चीन अब तक सीमा विवाद को हल करने के लिए विशेष प्रतिनिधियों के साथ 19 वार्ताएं कर चुके हैं। चीन के इस हालिया कदम से कुछ ही दिन पहले दलाईलामा ने अरुणाचल प्रदेश की यात्रा की थी। यह यात्रा उनके तवांग के रास्ते तिब्बत छोड़ने और भारत में शरण मांगने के बाद सातवीं यात्रा थी।

मेलबर्न: ऑस्ट्रेलिया ने बढ़ती बेरोजगारी से निपटने के लिये 95,000 से अधिक अस्थायी विदेशी कर्मचारियों द्वारा उपयोग किये जा रहे वीजा कार्यक्रम को मंगलवार को समाप्त कर दिया। इन कर्मचारियों में ज्यादातर भारतीय हैं। आपको बता दें कि इससे पहले अमेरिका ने नागरिकता एवं आव्रजन सेवा ने एक नई व्यवस्था दी, जिसके तहत किसी सामान्य कम्प्यूटर प्रोग्रामर को अब विशेषज्ञता-प्राप्त पेशेवर नहीं माना जाएगा जो एच1बी कार्य वीजा के मामले में एक अनिवार्य शर्त है। अमेरिका के इस फैसले से भी कई भारतीयों पर पड़ सकता है। इस कार्यक्रम को 457 वीजा के नाम से जाना जाता है। इसके तहत कंपनियों को उन क्षेत्रों में चार साल तक विदेशी कर्मचारियों को नियुक्त करने की अनुमति थी जहां कुशल ऑस्ट्रेलियाई कामगारो की कमी है। प्रधानमंत्री मैलकॉम टर्नबुल ने कहा हम आव्रजन देश हैं लेकिन ऑस्ट्रेलियाई कामगारों को अपने देश में रोजगार में प्राथमिकता मिलनी चाहिए। इसीलिए हम 457 वीजा समाप्त कर रहे हैं। इस वीजा के जरिये अस्थायी तौर पर विदेशी कर्मचारी हमारे देश में आते हैं। यह वीजा रखने वालों में ज्यादातर भारत के हैं। उसके बाद ब्रिटेन और चीन का स्थान है। उन्होंने कहा, हम 457 वीजा को रोजगार का पासपोर्ट होने की अब अनुमति नहीं देंगे और ये रोजगार ऑस्ट्रेलियाई के लिये होने चाहिए। एबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, 30 सितंबर की स्थिति के अनुसर ऑस्ट्रेलिया में 95,757 कर्मचारी 457 वीजा कार्यक्रम के तहत काम कर रहे थे।

सिडनी: दक्षिण प्रशांत महासागर में स्थित द्वीपीय देश वनुआतू के उत्तरपश्चिम में 5.7 तीव्रता का भूकंप आया। हालांकि इससे कारण तत्काल किसी तरह के जानमाल के नुकसान की खबर नहीं है। भूकंप वुनआतू के सैंटो द्वीप से उत्तरपश्चिम में करीब 250 किलोमीटर की दूरी पर 20 किलोमीटर की गहराई पर आया। पहली इसकी तीव्रता 6.0 बतायी गयी थी लेकिन अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण ने इसे कम कर 5.7 बताया। सुनामी की कोई चेतावनी जारी नहीं की गयी है.वनुआतू भूकंप के लिहाज से संवेदनशील क्षेत्र है। पिछले साल देश में कई बार भूकंप आए थे जिनमें से कुछ के बाद सुनामी की चेतावनी भी जारी की गयी थी।

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