ताज़ा खबरें
'हाईकोर्ट के आदेश तक ट्रायल कोर्ट कोई कार्रवाई न करे': सुप्रीम कोर्ट

इस्लामाबाद: पाकिस्तान में एक भारातीय नागरिक को यात्रा और वीजा संबंधी दस्तावेज नहीं रखने की वजह से गिरफ्तार किया गया है। एक मीडिया की रिपोर्ट में यह दावा किया गया है। समाचार पत्र एक्सप्रेस ट्रिब्यून के अनुसार शेख नबी अहमद को बीते 19 मई को उस वक्त पकड़ा गया जब वह यात्रा या वीजा संबंधी दस्तावेज मुहैया नहीं करा सका। अहमद मुंबई के जोगेश्वरी ईस्ट का रहने वाला है। पुलिस का कहना है कि भारतीय नागरिक को यहां के सेक्टर एफ-8 में नाजिमुद्दीन रोड पर चलते हुए रोका गया। उसने खुद को भारतीय बताया तो पुलिस ने उससे वीजा संबंधी दस्तावेज मांगे। कागजात नहीं देने पर उसे पुलिस हिरासत में ले लिया गया। अखबार का कहना है कि अहमद के खिलाफ पाकिस्तान में गैरकानूनी ढंग से प्रवेश करने और रहने के लिए विदेशी नागरिक अधिनियम-1946 के तहत मामला दर्ज किया गया है और उसे न्यायिक हिरासत पर जेल भेज दिया गया है। बहरहाल, भारतीय उच्चायोग के एक अधिकारी ने कहा कि दूतावास को किसी की गिरफ्तारी के बारे में अभी कोई जानकारी नहीं है।

ढाका: बांग्लादेश में पुलिस ने पूर्व प्रधानमंत्री और बांग्लादेश नेशनल पार्टी (बीएनपी) की चेयरमैन खालिदा जिया के कार्यालय पर छापेमारी की। ढाका पुलिस की एक टीम ने दो बार पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया के कार्यालय पर करीब दो घंटे तक छापेमारी की। पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री जिया के कार्यालय पर छापा कोर्ट की ओर से जारी सर्च वारंट के बाद की गई है। पुलिस ने कहा कि जिया के कार्यालय में राष्ट्र विरोधी दस्तावेज होने के शक के आधार पर छापेमारी की गई है। हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि छापेमारी के दौरान कार्यालय से कुछ संदिग्ध दस्तावेज बरामद हुए हैं कि नहीं। गौरतलब है कि बांग्लादेश में मुख्य विक्षी नेता और पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया पर खिलाफ राष्ट्रद्रोह एवं हिंसा भड़काने से संबंधित 11 मामलों की सुनवाई चल रही है।

लाहौर: पाकिस्तानी सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के वकीलों ने प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को सात दिन में पद छोड़ने का अल्टीमेटम दिया है। वकीलों ने शनिवार को चेतावनी दी कि अगर शरीफ ने पद नहीं छोड़ा तो वे आंदोलन छेड़ेंगे। दोनों एसोसिएशनों के वकीलों ने साझा बैठक कर यह फैसला लिया। साझा बयान में कहा गया कि पनामा लीक से साफ है कि शरीफ और उनके बेटे-बेटी भ्रष्टाचार लिप्त हैं और उन्हें पद छोड़ना होगा। वकीलों ने कहा कि स्वतंत्र एवं निष्पक्ष जांच के लिए जरूरी है कि शरीफ पद छोड़ें और 27 मई तक ऐसा नहीं करने राष्ट्रव्यापी आंदोलन होगा। साझा बैठक से पहले शरीफ की पार्टी पीएमएल-एन के समर्थक वकीलों ने दोनों एसोसिएशनों के अधिकारियों से हाथापाई की। वकीलों ने सुप्रीम कोर्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष रशीद रिजवी को लाइब्रेरी में कैद कर दिया। पुलिस आने के बाद उन्हें छुड़ाया गया। गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने 20 अप्रैल को पनामा पेपर्स लीक में शरीफ के खिलाफ जांच के लिए साझा जांच टीम का गठन किया था। पनामा पेपर्स लीक में जांच टीम प्रधानमंत्री से पूछताछ को लेकर पसोपेश में है। जांच टीम ने सुप्रीम कोर्ट से पूछा है कि प्रधानमंत्री को पूछताछ के लिए कैसे तलब किया जाए। टीम ने शरीफ परिवार को भेजी जाने वाली प्रश्नावली भी सुप्रीम कोर्ट की बेंच को सौंपी है। सूत्रों के मुताबिक, टीम प्रधानमंत्री के आवास पर जाना नहीं चाहती।

दुबई: ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने कहा है कि उनका दोबारा चुना जाना बताता है कि मतदाताओं ने कट्टरपंथ को खारिज कर दिया है और वे बाहरी दुनिया से और अधिक संपर्क चाहते हैं। रूहानी राष्ट्रपति चुनाव में लगभग 57 प्रतिशत वोट हासिल कर दूसरी बार ईरान के राष्ट्रपति बने हैं। रूहानी ने जीत के बाद सरकारी टीवी पर प्रसारित अपने भाषण में कहा, 'ईरान ने दुनिया के साथ बातचीत का रास्ता चुन लिया है। ये रास्ता हिंसा और कट्टरपंथ से बिलकुल अलग है। अब चुनाव ख़त्म हो गए हैं। मैं अब देश का राष्ट्रपति हूं और मुझे प्रत्येक ईरानी के सहयोग की ज़रूरत है, उनकी भी जो मेरा और मेरी नीतियों का विरोध करते हैं।' उन्होंने कहा कि वह उनकी आलोचना करने के विरोधियों के अधिकार का सम्मान करते हैं। रूहानी ने ही पश्चिमी देशों के साथ ईरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर ऐतिहासिक समझौता किया था। समझौते के तहत ईरान ने पश्चिमी देशों के प्रतिबंधों में राहत और आर्थिक सहयोग के बदले अपना परमाणु कार्यक्रम रोक दिया था।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख