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संयुक्त राष्ट्र: ईरान के संयुक्त राष्ट्र दूत ने रविवार को सुरक्षा परिषद को बताया कि इस्लामी गणतंत्र इज़रायल पर अपने अभूतपूर्व हमले में "आत्मरक्षा के अंतर्निहित अधिकार" का प्रयोग कर रहा था।

इस महीने की शुरुआत में दमिश्क में ईरानी वाणिज्य दूतावास पर इज़रायल के स्पष्ट हमले के बाद अमीर सईद इरावानी ने कहा, "सुरक्षा परिषद... अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा बनाए रखने के अपने कर्तव्य में विफल रही है।"

इसलिए, तेहरान के पास प्रतिक्रिया देने के अलावा "कोई विकल्प नहीं" था। उन्होंने कहा, उनका देश "युद्ध नहीं चाहता है।" लेकिन किसी भी "खतरे या आक्रामकता" का जवाब देगा।

ईरान द्वारा इजरायल पर शनिवार देर रात 80 ड्रोन और मिसाइल से हमला किया था। इस पर त्वरिता से जवाब देते हुए इजरायल ने आयरन डोम रक्षा प्रणाली का इस्तेमाल करते हुए इन्हें नष्ट कर दिया था। इस वजह से इजरायल में हमले के कारण मामलू क्षति हुई।

तेहरान: ईरान ने र विवार को इजरायल से कहा कि वह रात भर हुए अभूतपूर्व हमले को लेकर सैन्य जवाबी कार्रवाई न करे। ईरान ने इजरायल पर हमले को दमिश्क में अपने वाणिज्य दूतावास भवन पर हुए घातक हमले की उचित प्रतिक्रिया के रूप में प्रस्तुत किया है। संयुक्त राष्ट्र में ईरान के मिशन ने शनिवार देर रात ऑपरेशन शुरू होने के कुछ ही घंटों बाद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "मामले को समाप्त माना जा सकता है।" साथ ही ईरानी मिशन ने चेतावनी दी, "हालांकि, अगर इजरायली शासन ने एक और गलती की, तो ईरान की प्रतिक्रिया काफी गंभीर होगी।"

ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी ने रविवार को तेहरान के ड्रोन और मिसाइल हमले के बाद इजरायल और उसके सहयोगियों को किसी भी "लापरवाह" कार्रवाई के खिलाफ चेतावनी दी। रायसी ने एक बयान में कहा, "अगर इजरायली शासन या उसके समर्थक लापरवाह व्यवहार प्रदर्शित करते हैं, तो उन्हें करारी और बहुत कड़ी प्रतिक्रिया मिलेगी।"

वाशिंगटन: ईरान के इजरायल पर ड्रोन हमलों के बाद व्हाइट हाउस के एक अधिकारी ने कहा कि राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को चेतावनी दी है कि अगर इजरायल जवाबी कार्रवाई करने का फैसला करता है, तो अमेरिका ईरान के खिलाफ जवाबी हमले में भाग नहीं लेगा। मध्य पूर्व के कट्टर दुश्‍मनों के बीच युद्ध छिड़ने और अमेरिका के इसमें उतरने के खतरे ने क्षेत्र को लेकर चिंता बढ़ा दी है। जिससे वैश्विक शक्तियों और अरब देशों से आगे बढ़ने से बचने के लिए संयम बरतने का आह्वान किया जा रहा है।

बाइडेन ने नेतन्‍याहू से फोन पर की बात

मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक, अमेरिकी मीडिया ने रविवार को बताया था कि बाइडेन ने नेतन्याहू को फोन करके सूचित किया था कि वह जवाबी कार्रवाई में भाग नहीं लेंगे। व्हाइट हाउस के एक अधिकारी ने मीडिया को इसकी पुष्टि की है।

नई दिल्ली: म‍िड‍िल ईस्‍ट में इजरायल और ईरान के बीच बढ़ते तनाव को लेकर भारत भी पूरी तरह से अलर्ट है। इस बीच ईरान की ओर से एक इजरायली शिप पर कब्‍जा कर लि‍या गया। ज‍िसने भारत के ल‍िए मुश्‍क‍िलें खड़ी कर दी है। इस श‍िप पर सवार 25 सदस्यों में से 17 भारतीय नागर‍िक हैं। इस मामले में भारत, ईरान अधिकारियों के लगातार संपर्क में है। नई द‍िल्‍ली ने भारतीय नागर‍िकों को छुड़ाने के ल‍िए अपने राजनय‍िक चैनल के जर‍िए ईरान पर पूरा दवाब बनाया हुआ है।

केंद्र सरकार ने की जल्द रिहाई की मांग

समाचार एजेंसियों की रिपोर्ट के अनुसार, आधिकारिक सूत्रों का कहना है क‍ि खाड़ी में ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स की ओर से कब्‍जा किए गए श‍िप में 17 भारतीय सवार हैं। भारत अपने नागर‍िकों की सुरक्षा, सलामती के साथ-साथ जल्‍द रिहाई सुनिश्चित कराने के पहले से ही ईरानी अधिकारियों के संपर्क में है।

एक सूत्र का कहना है क‍ि "हमारी जानकारी में है क‍ि एक कार्गो श‍िप 'एमएससी एरीज़' पर ईरान ने कंट्रोल कर ल‍िया है।

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