जिनेवा: दक्षिण अफ्रीका में मिला कोरोना का नया वैरिएंट ओमिक्रॉन अब धीरे-धीरे दुनिया के दूसरे देशों में भी तेजी से फैल रहा है। शुक्रवार को विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कहा है कि कोरोना का यह नया वैरिएंट 38 देशों में फैल चुका है। हालांकि, किसी की मौत की सूचना नहीं है। संयुक्त राज्य अमेरिका (यूएस) और ऑस्ट्रेलिया में भी इस वैरिएंट के कुछ मामले सामने आए हैं। बता दें इस नए वैरिएंट का पता लगे हुए लगभग दो हफ्ते हो गए हैं।
वहीं ओमिक्रॉन के संबंध में विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि यह निर्धारित करने में हफ्तों लग सकते हैं कि वैरिएंट कितना संक्रामक है। क्या यह अधिक गंभीर बीमारी का कारण बनता है और इसके खिलाफ कितने प्रभावी उपचार और टीके हैं। डब्ल्यूएचओ ने चेतावनी दी है कि यह अगले कुछ महीनों में यूरोप के आधे से अधिक कोरोना के मामलों का कारण बन सकता है।
इंटरनेशनल मॉनीटरी फंड की निदेशक क्रिस्टालिना जॉर्जीवा ने शुक्रवार को कहा कि नया वैरिएंट ग्लोबल इकोनॉमी रिकवरी को भी धीमा कर सकता है, जैसा कि डेल्टा स्ट्रेन ने किया था।
बता दें कि दक्षिण अफ्रीका 24 नवंबर को शुरूआती स्टडी में रिसर्चरों ने इस नए वैरिएंट के बारे में बताया था।
अमेरिका में इस वैरिएंट के दो मामले दर्ज किए गए हैं। वहीं ऑस्ट्रेलिया ने शुक्रवार को बताया कि सिडनी में तीन छात्र इस वैरिएंट से संक्रमित पाए गए हैं। नॉर्वे में अधिकारियों ने कहा कि पिछले हफ्ते ओस्लो में एक कार्यालय में क्रिसमस पार्टी के बाद कम से कम 13 लोगों में कोरोना का नया ओमिक्रॉन वैरिएंट मिला है। मलेशिया में भी 19 नवंबर को दक्षिण अफ्रीका से आने वाले एक विदेशी छात्र में ओमिक्रॉन वैरिएंट मिलने की सूचना दी है। वहीं श्रीलंका में भी इस तरह का एक मामला पाया गया है। यह व्यक्ति दक्षिण अफ्रीका से लौटा था।