नई दिल्ली: पाकिस्तान में महंगाई तेजी से बढ़ रही है और आम लोग परेशान हैं। हालत यह है कि उन्हें अपना मासिक खर्चा चलाना भी मुश्किल हो रही है। पाकिस्तान की सरकार की हालत भी इससे जुदा नहीं है। कुछ दिन पहले ही पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान ख़ान ये कह चुके हैं कि मुल्क चलाने के लिए सरकार के पास पैसा नहीं है। इस मसले पर पाकिस्तान की सरकार को अपने मुल्क और विदेशों में भी हंसी का पात्र बनना पड़ रहा है। पाकिस्तान की हाल ही में उस समय जगहंसाई हुई जब सर्बिया में पाकिस्तान की एम्बेसी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर महंगाई और तीन महीने से तनख़्वाह नहीं मिलने की शिकायत की गई है। इस ट्वीट में प्रधानमंत्री इमरान ख़ान को भी टैग किया गया है। इसी ट्वीट के नीचे एक और ट्वीट किया गया है जिसमें लिखा गया है कि इसके अलावा और कोई विकल्प नहीं था।
पाकिस्तान पर विदेशी कर्ज लगातार बढ़ता जा रहा है और वह बड़ी मुश्किल से अपने रोजमर्रा के खर्च चला पा रहा है। आतंकवाद को बढ़ावा देने के आरोप झेल रहे पाकिस्तान की दुनिया में अच्छी छवि नहीं है। फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स की 'ग्रे लिस्ट' में पाकिस्तान बना रहेगा।
आतंकवाद के वित्तीय पोषण के खिलाफ वैश्विक संस्था ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र द्वारा नामित आतंकियों जैसे भारत के मोस्ट वांटेड हाफिज सईद और मसूद अजहर के साथ ही उनके नेतृत्व वाले समूहों के खिलाफ की गई कार्रवाई के बारे में बताने की जरूरत है।