वाशिंगटन: अमेरिका में पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ उनके समर्थकों की मुश्किलें भी दिनोंदिन बढ़ती जा रही हैं। हाल ही में ट्रंप द्वारा छह जनवरी को कैपिटल (अमेरिकी संसद भवन) में हुई हिंसा के मामले में दस्तावेज पेश करने की मांग खारिज करने के बाद उनके सलाहकार स्टीफन बैनन पर समिति का समन खारिज करने पर आपराधिक आरोप लगा है। इस मामले में उन्हें जेल भी हो सकती है।
दरअसल, बैनन ने प्रतिनिधि सभा की चयन समिति के साथ सहयोग करने से इनकार कर दिया है, जिसके बाद सीमित ने यह सख्त कदम उठाया है। न्याय मंत्रालय ने कहा कि पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के एक प्रमुख सलाहकार स्टीफन बैनन का कैपिटल हिल पर हुई छह जनवरी की हिंसा को भड़काने का आरोप है।
इस पर चल रही जांच में बैनन ने न तो अब तक जांच समिति के सामने कोई दस्तावेज प्रस्तुत किया है और न ही समिति द्वारा पूछे गए सवालों पर जवाब पेश किया है।
यहां तक कि उन्हें भेजे गए समन पर भी उन्होंने पेश होने से इनकार कर दिया। इसके खिलाफ उन पर आपराधिक मुकदमा चलाया जाएगा।
कैपिटल में कुर्सी फेंकने वाले सीईओ को जेल
अमेरिका के उपनगरीय शिकागो में एक टेक कंपनी के पूर्व मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) को छह जनवरी को हिंसा के दौरान कैपिटल के अंदर कुर्सी फेंकने के बाद अपनी नौकरी गंवानी पड़ी थी और अब मामले में उन्हें 30 दिनों के कारावास की सजा सुनाई गई है।
अमेरिकी जज कार्ल निकोलस ने इलिनोइस में इनवर्नेस कंपनी के ब्रैडली रुक्सटेल्स को क्षतिपूर्ति के रूप में 500 अमेरीकी डॉलर का भुगतान करने का भी आदेश दिया। रुक्सटेल्स ने पहले स्वीकार किया था कि उन्होंने कैपिटल पर हमला किया, पुलिस अधिकारियों की दिशा में कुर्सी फेंकी।