वाशिंगटन: अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद दुनिया की नजरें अब वहां सरकार के गठन पर टिकी हुई हैं। अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि अमेरिका और अंतरराष्ट्रीय समुदाय को उम्मीद है कि तालिबान विभिन्न समुदायों और हितों के प्रतिनिधित्व के साथ अफगानिस्तान में समावेशी सरकार गठित करेगा।
अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा, हम देखेंगे कि वास्तव में वहां क्या होता है। लेकिन, सबसे अहम है कि अफगानिस्तान की नई सरकार का स्वरूप कैसा होगा और वह असल में क्या करती है। नई सरकार की नीति कैसी होगी और उसका उद्देश्य क्या होगा, यह अत्यंत महत्वपूर्ण है।
ब्लिंकन ने कहा कि एक समावेशी सरकार के बाद अंत में यही उम्मीद है कि अफगानिस्तान की नई सरकार अपने वादों पर कायम रहते हुए उन्हें पूरा करे। सरकार गठन के बाद खासतौर पर यात्रा की स्वतंत्रता, अफगानिस्तान की धरती को आतंकवाद के लिए इस्तेमाल नहीं होने देना, महिलाओं और अल्पसंख्यकों सहित अफगान नागरिकों के मूल अधिकारों को बरकरार रखते हुए प्रतिशोधों में शामिल नहीं होने जैसे मुद्दों पर नजर रहेगी।
यह देखना होगा कि क्या तालिबान इन प्रतिबद्धताओं पर कायम रहता है। इस पर सिर्फ हमारी ही नहीं बल्कि दुनिया के अन्य देश भी इस मामले पर नजर बनाए हुए हैं।
घटनाक्रमों पर अमेरिका की करीब निगाह
विदेश मंत्री ने कहा कि मुझे लगता है कि विदेश विभाग समेत सबको युद्ध के दौरान के घटनाक्रमों और अफगानिस्तान के साथ साझेदारी को समझने के लिए पूरे 20 वर्षों की ओर देखना पड़ेगा। उससे सही सवाल करने के साथ सही सीख लेनी होगी। उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान में चल रहे घटनाक्रमों पर अमेरिका बहुत करीब से नजर रख रहा है।
तालिबानी नेतृत्व से मुलाकात की योजना नहीं
ब्लिंकन ने कहा कि सहयोगियों के साथ अमेरिकी सहयोग बढ़ेगा। वह अफगानिस्तान में बदलते हालात के बीच सहयोगियों के साथ कूटनीति तेज करने के लिए कतर और जर्मनी की यात्रा करेंगे। दक्षिण और मध्य एशियाई मामलों के लिए कार्यवाहक सहायक मंत्री डीन थॉम्पसन ने कहा कि ब्लिंकन की दोहा में तालिबानी नेतृत्व से मुलाकात की कोई योजना नहीं है।