लंदन: डेविड कैमरन अपना व्यक्तिगत आयकर रिटर्न सार्वजनिक करने वाले ब्रिटेन के पहले प्रधानमंत्री हो गए हैं। साथ ही कैमरन ने पनामा दस्तावेजों की जांच के लिए एक नए कार्यबल का गठन किया। कैमरन ने अपने दिवंगत पिता के विदेशी कारोबार में निवेश को लेकर मचे हंगामे के बीच यह कदम उठाया है। पनामा दस्तावेज घोटाले के विरोध में कैमरन के इस्तीफे की मांग उठ रही है। शनिवार को हजारों प्रदर्शनकारियों ने डाउनिंग स्ट्रीट पर इसके विरोध में मार्च किया और कैमरन के इस्तीफे की मांग की। इस दबाव के बीच डाउनिंग स्ट्रीट ने 2009-10 से 2014-15 के दौरान कैमरन की आय और कर भुगतान के दस्तावेज जारी किए हैं। प्रधानमंत्री द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार उन्होंने वित्त वर्ष 2014-15 में 2,00,000 पाउंड से अधिक की आमदनी पर 76,000 पाउंड का टैक्स अदा किया। वह ब्रिटेन के पहले नेता हैं जिन्होंने अपने वित्तीय मामलों के दस्तावेज जारी किए हैं।
2009 से प्रधानमंत्री की आमदनी के आंकड़ों के अनुसार 49 वर्षीय कैमरन को लंदन के नाटिंग हिल में परिवार के मकान के किराए में 50 फीसद हिस्सेदारी के रूप में 46,899 पाउंड प्राप्त हुए। कैमरन ने इससे पहले कहा था कि उन्हें पनामा के लीक दस्तावेजों से पैदा हुए विवाद से कुछ बेहतर तरीके से निपटना चाहिए था। उन्होंने कहा था कि वह अपने व्यक्तिगत आयकर मामलों को प्रकाशित करेंगे। इससे कुछ घंटे बाद ही कैमरन ने यह कदम उठाया। उन्होंने कहा, 'मैं जानता हूं कि कुछ सबक सीखने की जरूरत है। मैं उन्हें सीखूंगा।' उन्होंने एक नए कार्यबल का भी गठन किया है जो टैक्स चोरी के आरोपों की जांच करेगा। उनकी स्वीकारोक्ति के बाद भी यह कार्यबल संभवत: उनके खिलाफ कार्रवाई से बचेगा नहीं। इस कार्यबल की अगुवाई एचएमआरसी कर प्राधिकरण और राष्ट्रीय अपराध एजेंसी करेगी। कार्यबल पनामा के लीक दस्तावेजों की जांच करेगा और उन लोगों की पहचान करेगा जिन पर मनी लांड्रिंग और टैक्स चोरी का संदेह है। कार्यबल अपने निष्कर्ष इसी साल बाद में जारी करेगा।