वाशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने लाहौर में ईस्टर संडे के दिन हुए भयावह हमले के बाद आतंकवाद से लड़ाई में पाकिस्तान के साथ अमेरिका की साझेदारी की प्रतिबद्धता दोहराई है। इस हमले में 74 लोग मारे गए थे। ओबामा ने लोगों की मौत पर संवेदना व्यक्त करने के लिए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को फोन किया। व्हाइट हाउस ने बीती देर रात की गई फोन कॉल के ब्योरे में कहा, ‘निर्दोष लोगों जिनमें अनेक महिलाएं और बच्चे शामिल थे, पर किया गया यह वीभत्स और भयावह हमला, पाकिस्तान के भीतर आतंकवाद से उत्पन्न भीषण खतरे को दर्शाता है।’ व्हाइट हाउस ने कहा, ‘राष्ट्रपति ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में पाकिस्तान के साथ साझेदारी के लिए अमेरिका की प्रतिबद्धता दोहराई।’ तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान से अलग हुए गुट जमात उल अहरार के एक आत्मघाती हमलावर ने लाहौर के एक पार्क में खुद को विस्फोट से उड़ा लिया था जिससे 74 लोगों की मौत हो गई थी। मरने वालों में 29 बच्चे और 10 महिलाएं शामिल थीं। इनमें से 20 ईसाई थे।
ओबामा ने कहा कि वह परमाणु सुरक्षा शिखर सम्मेलन से जुड़े अमेरिका दौरे को रद्द करने के शरीफ के फैसले को समझते हैं। शरीफ को वाशिंगटन में हो रहे परमाणु सुरक्षा शिखर सम्मेलन में शामिल होना था। इस्लामाबाद में एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि ओबामा ने शरीफ से आग्रह किया कि वह प्रभावित परिवारों तक उनकी संवेदना पहुंचाएं। ओबामा ने कहा कि अमेरिका के लोग पाकिस्तान सरकार और पाकिस्तान के लोगों के साथ हैं। ‘हम पाकिस्तान की धरती से आतंकवाद को उखाड़ फेंकने के लिए उसकी हरसंभव मदद करेंगे।’ शरीफ ने कहा कि अदृश्य शत्रु निर्दोषों की हत्या कर रहा है जो आसान निशाना हैं। उन्होंने कहा, ‘मेरा संकल्प और मेरे देश का संकल्प दिन प्रतिदिन मजबूत हो रहा है। पाकिस्तान इस अदृश्य शत्रु और चरमपंथी विचारधारा के खिलाफ युद्ध में जीत हासिल करेगा।’