वॉशिंगटन: पूर्व विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन की आगे की राह को मुश्किल करते हुए सीनेटर बर्नी सैंडर्स ने अलास्का, वाशिंगटन और हवाई कॉकस में शानदार जीत हासिल की है। सैंडर्स की इस जीत ने राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए डेमोकेट्रिक पार्टी की उम्मीदवारी की दौड़ में आगे चल रहीं हिलेरी की बढ़त का अंतर कम कर दिया है। हालांकि, हिलेरी अब भी सैंडर्स के मुकाबले काफी आगे चल रही हैं। वर्मोंट से सीनेटर 74 साल के सैंडर्स ने कुल गिने गए मतों में से वाशिंगटन में 72 प्रतिशत से अधिक मत हासिल कर जीत दर्ज की है तथा अलास्का में उन्हें 80 प्रतिशत से अधिक वोट मिले हैं। उन्होंने हवाई में बड़े अंतर से जीत दर्ज की है । हवाई में उन्हें 71 फीसदी वोट मिले। सैंडर्स ने ट्वीट कर कहा, ‘शुक्रिया अलास्का। एक साथ हम एक संदेश दे रहे हैं कि यह सरकार हम सब की है।’ एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा, ‘वॉशिंगटन, विशाल समर्थन के लिए तुम्हारा शुक्रिया। किसी के लिए इससे इनकार करना मुश्किल है कि हमारे अभियान में जान है।’
डेलिगेट की संख्या के मामले में 68 वर्षीय हिलेरी लगातार बढ़त बनाए हुए हैं और राष्ट्रपति पद के चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवारी हासिल करने की उनकी राह सैंडर्स के मुकाबले आसान मानी जा रही है। हालांकि महत्वपूर्ण वाशिंगटन राज्य में हुई हार हिलेरी के लिए एक बड़ा झटका है। बोइंग, माइक्रोसॉफ्ट और स्टारबक्स जैसी महत्वपूर्ण कंपनियों का केंद्र माने जाने वाले वाशिंगटन राज्य में 100 से अधिक डेलिगेट हैं जिनका एक बड़ा हिस्सा अब सैंडर्स के पाले में चला गया है। सैंडर्स ने विस्कॉनसिन में मैडिसन की एक सभा में कहा, ‘हम जानते थे कि जैसे-जैसे हम पश्चिम की ओर बढ़ेंगे वैसे चीजें सुधरती चली जाएंगी।’ वरमोंट के सीनेटर ने अपने समर्थकों ने कहा, ‘हम क्लिंटन की बढ़त के अंतर कम रहे हैं। हमारा रास्ता जीत की ओर है।’ पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन और उनकी बेटी चेल्सी क्लिंटन ने भी वाशिंगटन में काफी समय गुजारा, इसके बावजूद हिलेरी क्लिंटन इस राज्य में हार गईं। अलास्का में सैंडर्स की पत्नी ने कुछ दिन तक प्रचार किया जहां 16 डेलिगेट्स की भूमिका है।