हवाना: अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने टीवी पर सीधे प्रसारित हुए एक अभूतपूर्व संबोधन में मंगलवार को कहा कि वह दशकों के शीत युद्ध को ‘दफनाने’ के लिए कम्युनिस्ट धरती पर आए हैं। क्यूबा के ऐतिहासिक दौरे के अंतिम दिन अमेरिकी नेता ने 1950 के दशक में शुरू हुए मतभेद को समाप्त करने की अपने विचार को सामने रखा। 1950 के दशक में फिदेल कास्त्रो और उनके वामपंथी गुरिल्लाओं ने अमेरिका समर्थित सरकार को उखाड़ फेंका था और बाद में सोवियत के कट्टर समर्थक बन गए। हवाना के ओर्नेट ग्रान थिएत्रो में क्यूबा के राष्ट्रपति राउल कास्त्रो सहित दर्शकों ने बार-बार ओबामा के लिए तालियां बजायीं। लाखों लोगों ने उन्हें सरकारी टीवी चैनल पर सीधा प्रसारण में देखा। ओबामा ने कहा, ‘मैं अमेरिका में बचे शीत युद्ध के अंतिम अवशेषों को दफनाने यहां आया हूं।’ उन्होंने कहा, ‘क्रेओ एन एल पुएब्लो क्युबानो’। फिर उन्होंने अंग्रेजी में दोहराया, ‘मुझे क्यूबा के लोगों में यकीन है।’
हवाना की कम्युनिस्ट सरकार को झुकाने के लिए दशकों से उसपर लगाए गए प्रतिबंधों को हटाने की कांग्रेस से अपील करने पर लोगों ने फिर ओबामा का स्वागत किया। उन्होंने कहा, ‘यह क्यूबा के लोगों पर पुराना बोझ है। यह अमेरिका के उन लोगों पर बोझ है जो व्यापार करना चाहते है या यहां क्यूबा में निवेश करना चाहते हैं।’ उन्होंने कहा, ‘अब प्रतिबंध हटाने का वक्त आ गया है।’ हालांकि वह क्यूबा में राजनीतिक स्वतंत्रता की कमी पर कटाक्ष करने से नहीं हिचके और कहा कि भविष्य घर में हुए बदलावों पर निर्भर करेगा। उन्होंने कहा, ‘मेरा मानना है कि नागरिकों को बिना डरे मन की बात कहने, संगठित होने और अपनी सरकार की आलोचना करने का अधिकार होना चाहिए।’