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वाशिंगटन : अमेरिकी राष्ट्रपति पद की डेमोक्रेटिक उम्मीदवारी के दावेदार हिलेरी क्लिंटन और बर्नी सैंडर्स गुरुवार को रिपब्लिकन प्रतिद्वंद्वी डोनाल्ड ट्रंप के ‘नस्लवादी’ होने से जुड़े एक सवाल से बचते दिखाई दिए। बहरहाल, दोनों ने ही विदेशी विरोधी नफरत वाली ट्रंप की बयानबाजी पर प्रहार किए। मियामी, फ्लोरिडा में डेमोक्रेटिक पार्टी की प्रेजीडेंशियल बहस में प्रमुख दावेदार हिलेरी इस सवाल का सीधा जवाब देने से बचीं जबकि सैंडर्स ने इसके जवाब में कहा कि अमेरिकी जनता कभी ऐसे राष्ट्रपति का चयन नहीं करेगी, जो मेक्सिको के लोगों, मुस्लिमों, महिलाओं और अश्वेतों का अपमान करता है। मध्यस्थ ने पूछा, सीनेटर सैंडर्स, क्या आपको लगता है कि डोनाल्ड ट्रंप को नस्लवादी कहना सही है? सैंडर्स ने कहा कि मैं ऐसा सोचता हूं। मुझे लगता है कि अमेरिकी जनता कभी ऐसा राष्ट्रपति नहीं चुनेगी, जो मेक्सिको के लोगों, मुस्लिमों, महिलाओं, अफ्रीकी-अमेरिकियों का अपमान करता हो।

उन्होंने कहा कि हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि कई साल पहले कथित बर्थर मूवमेंट के केंद्र में थे, जिसके जरिए अमेरिकी राष्ट्रपति को अवैध करार देने की कोशिश हो रही थी। वहीं हिलेरी ने कहा कि वह रिपब्लिकन पार्टी के प्रमुख दावेदार ट्रंप के द्वारा अक्सर इस्तेमाल की जाने वाली भाषा अपनाए बिना उनसे बात करेंगी। उन्होंने कहा कि मैं बेहद भाग्यशाली हूं कि मैं डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवारी की नामित हूं। उनके बारे में बात करने के लिए बहुत समय होगा। मैंने उनसे सबसे पहले बात की। जब वह मेक्सिको के लोगों को बलात्कारी करार दे रहे थे, तब मैंने उनसे बात की। हिलेरी ने कहा कि जब वह बेहद आक्रामक लगने वाली भाषणबाजी में जुटे थे..मुझे खुशी है कि अन्य लोगों ने भी यह स्पष्ट किया कि उनकी भाषणबाजी, उनकी आक्रामकता और पूर्वाग्रह एवं उन्माद के आदान-प्रदान में उनकी संलिप्तता के लिए हमारी राजनीतिक व्यवस्था में कोई स्थान नहीं है।

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