संयुक्त राष्ट्र: संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी राजदूत ने चीन को चेताया है कि अगर वह उत्तर कोरिया के साथ व्यापार कर संयुक्त राष्ट्र के प्रतिबंधों का उल्लंन करता है तो वह अमेरिका के साथ अपने वहद व्यापार को लेकर एक तरह से जोखिम उठाएगा। प्योंगयांग द्वारा बैलिस्टिक मिसाइल के सफल परीक्षण के बाद सुरक्षा परिषद की एक आपात बैठक में निक्की हेली ने अपने कठोर भाषण में यह टिप्पणी की। हेली ने कहा कि यह दुनिया और ज्यादा खतरनाक बन गई है और अमेरिका अपने विशाल सैन्य बलों का इस्तेमाल खुद की और अपने सहयोगियों की सुरक्षा के लिए करेगा लेकिन व्यापार को तरजीह देता रहेगा। उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र के प्रतिबंधों को लागू करना ज्यादातर चीन पर निर्भर करता है क्योंकि उत्तर कोरिया के साथ व्यापार में चीन की भागीदारी 90 प्रतिशत है। हेली ने कहा कि ट्रंप प्रशासन चीन और अन्य देशों के साथ इस पर काम जरूर करेगा लेकिन पिछली चीजों को नहीं दोहराएगा। रूस ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद से कहा कि वह उत्तर कोरिया के खिलाफ नए प्रतिबंधों का विरोध करता है और प्योंगयांग के खिलाफ सैन्य विकल्प चुनना अस्वीकार्य है। रूसी उप राजदूत व्लादिमीर सेफ्रनकोव ने परिषद के आपात सत्र में कहा, सभी को यह समझना चाहिए कि प्रतिबंधों से समस्या नहीं सुलझेगी।
इससे हम बस एक गतिरोध की ओर बढ़ते हैं। उत्तर कोरिया द्वारा एक अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किए जाने के बाद आयोजित सत्र में उन्होंने कहा, सैन्य हल की वकालत करने वाला कोई भी प्रयास अस्वीकार्य है।