इस्लामाबाद: कश्मीर में संघर्ष विराम के उल्लंघनों को लेकर भारत के साथ चल रहे तनाव के बीच, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने पड़ोसी देश के साथ अपने रिश्तों पर चर्चा करने के लिये विदेश नीति के शीर्ष अधिकारियों की एक उच्चस्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। रेडियो पाकिस्तान की खबर के अनुसार, शरीफ को विदेश मामलों से जुड़े अहम मुद्दों के बारे में बताया गया, जिनमें भारत और अफगानिस्तान के साथ संबंधों के मुद्दे भी शामिल हैं। इस बैठक में विदेश मंत्री इसहाक डार और विदेश मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी ने शिरकत की। बैठक का आयोजन ऐसे समय पर किया गया, जब कश्मीर में संघर्षविराम का कई बार उल्लंघन हो जाने के कारण भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चल रहा है। दोनों ही पक्ष इन उल्लंघनों के लिए एक दूसरे को जिम्मेदार ठहराते हैं। इस बैठक से कुछ ही दिन पहले अमेरिका ने पाकिस्तान आधारित हिज्बुल मुजाहिदीन के नेता सैयद सलाहुद्दीन को वैश्विक आतंकी घोषित किया है। इससे पहले पाकिस्तानी सेना ने शुक्रवार को लगातार तीसरे दिन संघर्षविराम का उल्लंघन किया और जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में नियंत्रण रेखा पर मोर्टार बमों और स्वचालित हथियारों से भारतीय चौकियों तथा नागरिक बहुल इलाकों को निशाना बनाया।
भारतीय जवानों ने इस संघर्षविराम उल्लंघन पर जवाबी कार्रवाई की। एक रक्षा प्रवक्ता ने बताया कि भीमभेर गली (बीजी) सेक्टर में नियंत्रण रेखा पर शुक्रवार सुबह चार बजकर 15 मिनट से पाकिस्तान सेना ने भारतीय सेना की चौकियों को निशाना बना कर संघर्षविराम उल्लंघन किया। पाकिस्तानी सैनिकों ने कल भी पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा के पास अग्रिम चौकियों तथा असैन्य इलाके में छोटे हथियारों से गोलीबारी की थी और मोर्टार दागे थे। जिसमें भारतीय सेना के दो जवान घायल हो गए थे। बुधवार 27 जून को पाकिस्तान सेना ने भीमभेर गली (बीजी) सेक्टर में नियंत्रण रेखा पर संघर्षविराम का उल्लंघन करते हुए गोले दागे थे। जून में पाकिस्तान द्वारा नियंत्रण रेखा के दूसरी ओर से एक हमले के अलावा किया गया यह 23वां उल्लंघन है।