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दुबई: संयुक्त अरब अमीरात में एक पाकिस्तानी नागरिक की हत्या के आरोप में मौत की सजा पाए 10 भारतीय नागरिक अब स्वदेश लौट सकेंगे। उनकी सजा को कारावास में बदल दिया गया है। दरअसल, भारतीय परमार्थ संस्था ‘सर्बत दा भला चैरिटेबल ट्रस्ट’ ने सजा की माफी के लिए जरूरी धन पीड़ित के परिवार को मुहैया करा दिया, जिसके बाद सजा में परिवर्तन किया गया है। पंजाब के रहने वाले इन 10 लोगों को पिछले साल अक्तूबर में मौत की सजा सुनाई गई थी। ‘गल्फ न्यूज’ के अनुसार, अल आइन कोर्ट ऑफ अपील्स ने ‘ब्लड मनी’ के भुगतान के बाद सभी आरोपियों की मौत की सजा को कारावास में बदल दिया है। इन 10 में से दो लोगों को साढ़े तीन वर्ष, तीन लोगों को तीन वर्ष, दो अन्य को डेढ़ वर्ष जबकि अन्य तीन को एक वर्ष कारावास की सजा सुनाई गई है। गौरतलब है कि दो साल पहले शराब तस्करी के दौरान हुए उपद्रव में एक पाकिस्तानी नागरिक की हत्या हो गई थी। भारतीय दूतावास में सामुदायिक मामलों के प्रथम सचिव दिनेश कुमार ने बताया कि यह फैसला आरोपियों और उनके परिजनों के लिए राहत की बात पर आधारित है।

ये सभी जुलाई 2015 से जेल में बंद थे और अक्तूबर 2016 में इन्हें मौत की सजा सुनाई गई थी। उन्होंने कहा कि हम इस फैसले के लिए अदालत के बहुत आभारी हैं और सभी आरोपियों को क्षमादान देने के लिए पीड़ित परिवार का धन्यवाद करते हैं। संस्था के चेयरमैन एसपीएस ओबरॉय ने बताया कि पांच भारतीय अभी अपने घर लौट सकेंगे, जबकि बाकी को अपनी शेष सजा पूरी करनी होगी। इसके बाद वे अगले साल तक वापस लौट सकेंगे। भारतीय दूतावास जल्द उन्हें हवाई टिकट और बाहर निकलने का पास मुहैया कराएगा।

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