लंदन: ब्रिटेन की यूके इंडिपेंडेंस पार्टी (यूकेआईपी)ने अपने चुनावी मैनिफेस्टो में बुर्के को बैन करने का ऐलान किया है। पार्टी ने बुर्के बैन की पीछे एक अनोखी वजह दी है। यूकेआईपी ने अपने मैनिफेस्टो में कहा है कि अगर वह सत्ता में आती है तो सार्वजनिक स्थलों पर बुर्का पहनने पर रोक लगाई जाएगी क्योंकि बुर्का सूरज से मिलने वाला विटमिन डी शरीर तक पहुंचने से रोकता है। यूकेआईपी के मैनिफेस्टो के मुताबिक, 'ऐसे कपड़े जो पहचान छुपाते हैं, बातचीत में बाधा बनते हैं, रोजगार के अवसर सीमित करते हैं, घरेलू हिंसा के सबूत छिपाते हैं और सूरज से मिलने वाले महत्वपूर्ण विटमिट डी को शरीर तक पहुंचने से रोकते हों, वह आजादी नहीं है।' मैनचेस्टर बम विस्फोटों के बाद पार्टियों ने अपना प्रचार अभियान रोक दिया था। लेकिन धमाकों के एक दिन बाद यूकेआईपी के नेता पॉल नटाल समेत अन्य पार्टियों ने अपने- अपने घोषणा पत्र जारी किए हैं। 'दे टेलीग्राफ' की रिपोर्ट के मुताबिक यूकेआईपी ने वादा किया है कि वह 'अमानवीय' बुर्के और चेहरे को पूरी तरह ढकने पर बैन लगाएगा। यूकेआईपी के मैनिफेस्टो के मुताबिक, ' चेहरा ढकना समाज के एकीकरण में बाधा है। हम इस तरह के अमानवीय, अलगाव और उत्पीड़न के प्रतीकों को स्वीकार नहीं कर सकते, न ही इसकी वजह से सुरक्षा के खतरे को।' मैनिफेस्टो में कहा गया है, 'हम महिलाओं के लिए भी सभी अवसर देना चाहते हैं, ताकि वे काम की जगहों पर भी पूरी तरह शामिल हो सकें।'
पार्टी के मैनिफेस्टो में सिर्फ बुर्का बैन ही नहीं बल्कि यह भी कहा गया है कि 'सोशल ऐटिट्यूड' टेस्ट को इमिग्रेशन सिस्टम का हिस्सा बनाएंगे। इसके तहत उन लोगों को देश में नहीं आने दिया जाएगा जो महिलाओं या समलैंगिकों को दूसरे दर्जे का नागरिक मानते हों।