वॉशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चौंकाने वाला एक कदम उठाते हुए एफबीआई निदेशक जेम्स कोमी को बुधवार (10 मई) को बर्खास्त कर दिया। इस तरह उन्होंने उस शीर्ष अधिकारी को अचानक बर्खास्त कर दिया जो इस मामले में आपराधिक जांच का नेतृत्व कर रहा था कि क्या ट्रंप मुहिम ने वर्ष 2016 में हुए अमेरिका के राष्ट्रपति पद के चुनाव के परिणाम को प्रभावित करने के लिए रूस के साथ साठ गांठ की थी या नहीं। कोमी ने अपनी इस घोषणा की जानकारी देते हुए विदेश मंत्री रहते हुए हिलेरी क्लिंटन द्वारा निजी ईमेल सर्वर के इस्तेमाल को लेकर एफबीआई की जांच में कोमी के नेतृत्व का हवाला दिया। एफबीआई निदेशक के तौर पर 10 साल के कार्यकाल में 56 वर्षीय कोमी का यह चौथा साल था। उन्हें ट्रंप ने सूचित किया कि वह ब्यूरो का प्रभावशाली नेतृत्व करने में अब सक्षम नहीं है और इसमें ‘लोगों का विश्वास’ पुन: कायम करना आवश्यक है। उन्होंने कहा, ‘इस कारण से आपको तत्काल प्रभाव से बर्खास्त किया जाता है और कार्यालय से हटाया जाता है।’ यह आश्चर्यजनक कदम ऐसे समय में उठाया गया है जब कुछ ही दिन पहले कोमी ने चुनाव में रूसी हस्तक्षेप और रूस एवं ट्रंप की मुहिम के बीच संभावित साठ गांठ पर एफबीआई की जांच के बारे में कैपिटोल हिल के समक्ष बयान दिया था। कोमी हिलेरी के निजी ईमेल सर्वर के इस्तेमाल की जांच करने को लेकर हाल में फिर से विवादों में घिर गए थे।
कई डेमोक्रेट का मानना है कि आठ नवंबर को चुनाव से 11 दिन पहले उन्होंने जांच पुन: शुरू करने की जो घोषणा की थी, उससे चुनाव में हिलेरी के प्रदर्शन पर नकारात्मक असर पड़ा। ट्रंप ने पत्र में यह स्वीकार किया कि कोमी ने ‘तीन अलग अलग मौकों पर’ उन्हें सूचित किया था कि वह जांच के दायरे में नहीं है। उन्होंने कहा, ‘मैं फिर भी न्याय विभाग के इस फैसले से सहमत हूं कि आप ब्यूरो का प्रभावशाली नेतृत्व करने में सक्षम नहीं हैं।’ कोमी जब लॉस एंजिलिस में ब्यूरो के कर्मियों को संबोधित कर रहे थे, उन्हें उस समय समाचार रिपोर्ट से यह पता चला कि उन्हें बर्खास्त कर दिया गया है। ऐसी खबर है कि उन्होंने माहौल को हल्का करने के लिए इस बारे में मजाक किया और इस बात की पुष्टि के लिए अपने कार्यालय में बात की। न्याय विभाग ने कहा कि उप निदेशक एंड्रयू जी मैक्काबे को कार्यकारी निदेशक चुना गया है। मैक्काबे एक एफबीआई अधिकारी हैं। व्हाइट हाउस ने कहा कि नए एफबीआई निदेशक की तलाश तत्काल आरंभ होगी। प्रेस सचिव सीन स्पाइसर ने संवाददाताओं से कहा, ‘राष्ट्रपति ने बख्रास्तगी को लेकर अटॉर्नी जनरल (जेफ सेशंस) और डिप्टी अटॉर्नी जनरल (रोड रोसेनस्टीन) की सिफारिशों को स्वीकार कर लिया है।’ व्हाइट हाउस द्वारा जारी एक बयान में ट्रंप ने कहा, ‘एफबीआई हमारे देश की सबसे सम्मानजनक संस्थाओं में से एक है और कानून प्रवर्तन की हमारी अहम संस्था की आज नई शुरुआत होगी।’ कोमी ने वर्ष 2016 के राष्ट्रपति पद के चुनावों में उस समय विवाद शुरू कर दिया था जब उन्होंने हिलेरी क्लिंटन के ईमेल इस्तेमाल की फिर से जांच का खुलासा किया था। डेमोकेट्रिक पार्टी के सदस्यों ने दावा किया था कि इस खुलासे ने हिलेरी के राष्ट्रपति बनने के अवसरों को नुकसान पहुंचाया। डिप्टी अटॉर्नी जनरल रोड रोसेनस्टीन ने ट्रंप को एक पत्र लिखकर हिलेरी के संबंध में जांच को लेकर कोमी की आलोचना की। उन्होंने जांच परिणाम की घोषणा के लिए संवाददाता सम्मेलन आयोजित करने और हिलेरी के बारे में ‘आपत्तिजनक सूचना’ जारी करने के निर्णय को लेकर कोमी की आलोचना की। सेशंस ने एक अन्य पत्र में कहा कि वह अपने मूल्यांकन और डिप्टी अटॉर्नी जनरल द्वारा दिए कारणों के आधार पर इस निष्कर्ष पर पहुंचे हैं कि एफबीआई के नेतृत्व को लेकर ताजा शुरूआत की आवश्यकता है। उन्होंने कहा, ‘यह आवश्यक है कि यह न्याय विभाग उन पुराने सिद्धांतों को लेकर अपनी प्रतिबद्धता को स्पष्ट रूप से फिर से पुष्ट करे जो संघीय जांच एवं अभियोगों की ईमानदारी एवं निष्पक्षता को सुनिश्चित करते हैं।’ यह अभी स्पष्ट नहीं है कि कोमी को बर्खास्त किए जाने से रूस संबंधी जांच किस प्रकार प्रभावित होगी लेकिन डेमोक्रेटिक पार्टी के सदस्यों ने आशंका जताई है कि उन्हें बर्खास्त किए जाने से जांच पटरी से उतर सकती है। सीनेट में शीर्ष डेमोक्रेट चक शूमर ने कहा, ‘मैंने राष्ट्रपति से कहा, राष्ट्रपति जी, मैं पूरे सम्मान के साथ आपसे यह कहना चाहता हूं कि आप एक बड़ी गलती कर रहे हैं।’ सीनेट में अल्पमत के नेता ने मांग की कि न्याय विभाग 2016 के चुनाव में रूस के कथित प्रभाव की जांच के लिए एक विशेष अभियोजक नियुक्त करे। शूमर ने कहा, ‘सैली येट्स और प्रीत भरारा तथा अब कोमी जैसे शीर्ष अधिकारियों की बख्रास्तगी संयोग प्रतीत नहीं होती।’ यह निर्णय जिस समय पर लिया गया है, शूमर ने उस पर भी सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा, ‘निदेशक कोमी द्वारा हिलेरी के मामले की जांच के तरीके को लेकर यदि प्रशासन को कोई आपत्ति थी तो उसे ये आपत्तियां राष्ट्रपति के कार्यालय संभालने के बाद ही उठानी चाहिए थीं लेकिन उन्होंने कोमी को उस समय बर्खास्त नहीं किया। ऐसा आज क्यों किया गया?’ हाउस डेमोक्रेटिक कॉकस के अध्यक्ष जो क्राउले ने कहा कि कोमी की बख्रास्तगी काफी परेशान करने वाली है। उन्होंने कहा, ‘राष्ट्रपति ट्रंप ने उनकी और उनके साथियों के खिलाफ जांच कर रहे व्यक्ति को बर्खास्त किया। मैं विशेष अभियोजक की नियुक्ति की मांग का मजबूती से समर्थन करता हूं।’ भारतीय मूल के अमेरिकी सांसद राजा कृष्णमूर्ति ने इस कदम को ‘अभूतपूर्व’ बताते हुए कहा कि यह बहुत परेशान करने वाला है कि मुख्य कार्यकारी उनके प्रशासन के खिलाफ जांच कर रहे व्यक्ति को बख्रास्त करके जांच में हस्तक्षेप कर रहे हैं। सशस्त्र सेवा समिति के रिपब्लिकन सीनेटर जॉन मैक्कैन ने कहा कि वह कोमी को बर्खास्त करने के ट्रंप के फैसले से निराश हैं।