मेलबर्न: ऑस्ट्रेलियाई सांसद लारिसा वॉटर्स संसद में कारवाई के दौरान अपनी दो माह की बच्ची आलिया जॉय को स्तनपान करने वाली पहली ऑस्ट्रेलिया सांसद बन गई हैं। वामपंथी ग्रीन्स पार्टी की सांसद वॉटर्स अपने काम के प्रति काफी ईमानदार हैं और अपने मां होने की जिम्मेदारी को भी बखूबी समझती हैं। मां बनने के दो महीने बाद ही वॉटर्स काम पर लौट आईं और अपनी बच्ची आलिया जॉय की देखभाल के लिए उसे भी सदन में साथ लाईं। सदन की कारवाई चल ही रही थी कि आलिया को भूख लग गई और वह रोने लगी तो वॉटर्स ने उसे दूध पिलाया। उनके इस कदम की साथी सांसदों ने खूब प्रशंसा की। ऑस्ट्रेलिया के निम्न सदन 'ऑस्ट्रेलियन हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव' में पिछले साल ही मां बनने वाली सांसदों को सदन की कारवाई के दौरान बच्चों को स्तनपान कराने की मंजूरी दी गई थी। हालांकि अब तक किसी ने ऐसा नहीं किया था। वॉटर्स ही पहली महिला सांसद हैं जिन्होंने अपनी बेटी को सदन में दूध पिलाया। इस बात से खुश वॉटर्स ने फेसबुक पर लिखा, हमें अपने कार्यस्थलों को माओं की सुविधानुसार बनाने की जरूरत है। लेबर पार्टी की सांसद केटी गालाघेर ने इसे असाधारण क्षण बताया। सरकार में मंत्री केली ओड्वेयर ने 2015 में संसद में स्तनपान को मंजूरी देने की मांग उठाई थी ताकि सांसद अपने संसदीय कर्तव्यों को सुचारू रूप से निभा सकें।
इससे पहले सासंदों को अपने बच्चों को सिर्फ ऑफिस ले जाने की अनुमति थी। हालांकि संसद के ऊपरी सदन सीनेट में 2003 से ही स्तनपान को मंजूरी मिल चुकी है। इससे पहले 2016 में ब्रिटिश संसद में भी महिला सांसदों को स्तनपान कराने की सुविधा देने की मांग उठी थी। वहीं 2016 में स्पेन में सांसद कैरोलिना बेसकानसा को अपने बच्चे को संसद में दूध पिलाने के लिए आलोचना झेलनी पड़ी थी।