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पेरिस: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के व्हाइट हाउस का कार्यभार संभालने के बाद संयुक्त राष्ट्र के वार्ताकार जलवायु परिवर्तन से संबद्ध पेरिस समझौते को आगे बढ़ाने के नियमों का मसौदा तैयार करने के लिये अगले सप्ताह पहली बार एकजुट होंगे। गौरतलब है कि डोनाल्ड ट्रम्प ने इस समझौते से दूरी बरतने की धमकी दी है। माना जाता है कि जर्मनी के बॉन में होने वाली अर्धवाषिर्क वार्ता में समझौते के हस्ताक्षरकर्ताओं के लिये एक अहम नियमावली बनाने का काम शुरू किया जायेगा। लेकिन दुनिया के नंबर दो कार्बन उत्सर्जक देश को लेकर बढ़ती अनिश्चितता के चलते इसमें गतिरोध उत्पन्न होने का खतरा है, जिसमें ट्रम्प शीर्ष पर हैं। मालदीव के पर्यावरण एवं उर्जा मंत्री थोरिक इब्राहिम ने कहा, ‘‘समझा जाता है कि पेरिस समझौते के तहत कुछ विस्तृत जानकारियों को संज्ञान में लाने के लिये यह बेहद तकनीकी एवं असाधारण बैठक होने वाली है। लेकिन, वाशिंगटन से आ रही अटकलें जाहिर तौर पर हमारे जेहन में सबसे उपर हैं।’’ इब्राहिम ने संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन मंच में एक अहम वार्ताकार खंड अलायंस ऑफ स्मॉल आईलैंड स्टेट्स (एओएसआईएस) की अध्यक्षता की है।

एओएसआईएस की बैठक 8-18 मई को होगी। जलवायु परिवर्तन समझौते को लेकर वषरें से बातचीत बेनतीजा रहने के बाद दिसंबर 2015 में फ्रांस की राजधानी में तथाकथित ‘‘कॉन्फ्रेंस ऑफ पार्टीज’’ (सीओपी 21) में समझौते को अंतिम रूप दिया गया था। इस बीच कई कारोबारियों, नेताओं और गैर सरकारी संगठनों ने एक स्वर में अमेरिका से इस समझौते से अलग नहीं होने की अपील की है।

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