सोल: लगातार मिसाइल परीक्षण करके कड़े अमेरिकी प्रतिबंध के खतरों का सामना कर रहे उत्तर कोरिया ने आज फिर मिसाइल परीक्षण किया। हालांकि माना जा रहा है कि यह परीक्षण नाकाम रहा है। दक्षिण कोरिया की संवाद समिति योन्हाप ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि उत्तर कोरिया ने दक्षिण प्योंगयाग प्रांत के बुकचांग क्षेत्र से एक आज तड़के अज्ञात मिसाइल का परीक्षण किया। हालांकि माना जा रहा है कि यह परीक्षण नाकाम रहा है। अमेरिका के रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों ने भी मिसाइल परीक्षण की पुष्टि की है। यह परीक्षण कोरियाई प्रायद्वीप में भारी तनाव और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड की ‘भीषण संघर्ष’ की चेतावनी के बीच हुआ है। साथ ही यह परीक्षण अमेरिका के विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन के पहली बार संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को संबोधित करने के कुछ ही घंटों के बाद हुआ है जिसमें उन्होंने प्योंगयान पर दबाव बनाने के लिए चीन की अहम भूमिका के साथ वैश्विक अभियान की मांग की थी। टिलरसन ने वाशिंगटन की चेतावनी दोहराई कि अमेरिकी सेना के सामने कई विकल्प हैं। उन्होंने यह भी कहा कि चीन का अपने साम्यववादी सहयोगी और पड़ोसी पर खासा प्रभाव है। दूसरी ओर, चीन ने इस तथ्य को खारिज करते हुए कहा कि एक ही देश से संघर्ष का समधान निकालने की अपेक्षा करना अव्यवहारिक है।
चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने सुरक्षा परिषद में कहा ‘‘बल प्रयोग से मतभेद दूर नहीं होंगे और समस्या बढ़ेगी.’’ रूस ने चीन का साथ देते हुए कहा कि सैन्य प्रतिक्रिया सही नहीं होगी. साथ ही रूस ने बातचीत करने और तनाव कम करने का आग्रह भी किया। अपने एक अन्य उकसावे के आचरण में प्योंगयांग ने एक बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया लेकिन वह उत्तर कोरियाई क्षेत्र से बाहर नहीं आ सकी। पीएसीओएम के प्रवक्ता डेव बेनहम ने एक बयान में बताया, ‘यूएस पैसेफिक कमांड ने इसका पता लगाया और हमारा यह मानना है कि उत्तर कोरिया ने 28 अप्रैल को हवाई समयानुसार सुबह 10 बजकर 33 मिनट पर मिसाइल प्रक्षेपण किया था। बैलिस्टिक मिसाइल प्रक्षेपण पुक्चांग एयरफील्ड के पास किया गया। बेहनम ने कहा, ‘मिसाइल उत्तर कोरियाई क्षेत्र से बाहर नहीं आ सकी।’ उन्होंने कहा कि ‘नॉर्थ अमेरिकन एयारोस्पेस डिफेंस कमांड’ (एनओआरएडी) ने दृढ़ता से यह बात कही कि उत्तर कोरियाई मिसाइल प्रक्षेपण से उत्तरी अमेरिका को कोई खतरा नहीं है। बेनहम ने कहा, ‘यूएस पैसेफिक कमान कोरियाई गणराज्य एवं जापान में अपने सहयोगियों की सुरक्षा के के लिए प्रतिबद्धता से खड़ा है।’ रिपोर्ट के अनुसार, मिसाइल संभवत: मध्यम दूरी की केएन-17 बैलिस्टिक मिसाइल थी।