वाशिंगटन: प्रतिष्ठित विशेषज्ञों ने अमेरिकी सांसदों से कहा कि अगर पाकिस्तान भारत जैसे पड़ोसियों पर हमला करने वाले आतंकी संगठनों को मदद देना बंद नहीं करता तो अमेरिका को पाकिस्तान में आतंकवादियों की पनाहगाहों पर एकतरफा कार्रवाई समेत पाकिस्तान से निपटने के लिए अपने विकल्पों की समीक्षा करनी चाहिए। इंटरनेशनल सिक्योरिटी एंड डिफेंस पॉलिसी सेंटर आरएनडी कॉपरेरेशन के निदेशक सेथ जी जोन्स ने संसद की विदेश मामलों की समिति के समक्ष कहा कि कांग्रेस ने हाल ही के वषरें में पाकिस्तान को दी जाने वाली सैन्य सहायता और विदेशी सैन्य वित्तपोषण तक पाकिस्तान की पहुंच में कटौती की है। उन्होंने कहा कि कुछ संगठनों और व्यक्तियों के खिलाफ आर्थिक प्रतिबंधों को चुनिंदा ढंग से लागू किया जा सकता है। उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन आज अमेरिका द्वारा वित्तीय सहायता में की गई कमी में आगे और कटौती की जा सकती है।’’ अमेरिका अन्य देशों को भी ऐसे ही कदमों पर विचार करने के लिए कह सकता है। उन्होंने कहा, ‘‘अमेरिका को पाकिस्तान से संबंध रखते हुए अपने विकल्पों की समीक्षा करनी चाहिए।
उदाहरण के लिए, अमेरिका, पाकिस्तान के सहयोग के साथ या बिना देश में तालिबान की पनाहगाहों को खत्म करने के लिए आगे कदम उठा सकता है।’’