ताज़ा खबरें
'हाईकोर्ट के आदेश तक ट्रायल कोर्ट कोई कार्रवाई न करे': सुप्रीम कोर्ट

वाशिंगटन: अमेरिका ने सीरिया के विमानों, एक हवाई पट्टी और ईंधन स्टेशनों को निशाना बनाकर क्रूज मिसाइल से हमले किये। अमेरिकी अधिकारियों ने कहा कि आज तड़के 3.45 बजे सीरिया के हवाई क्षेत्रों को निशाना बनाकर हमले किये गये। अमेरिकी रक्षा विभाग के मुख्यालय पेंटागन ने कहा इन हमलों में सीरिया के हवाई क्षेत्रों को निशाना बनाया गया है। उन्होंने कहा कि सीरिया के हवाई क्षेत्रों में 50 टॉमहॉक क्रूज मिसाइल दागे गये हैं। गौरतलब है कि वाशिंगटन की ओर से सीरिया में रासायनिक हमले के लिए राष्ट्रपति बशर अल असद को जिम्मेदार ठहराया गया था और इसी प्रतिक्रिया के तहत सीरिया के खिलाफ हवाई हमले किये गये हैं। बता दें कि इससे पहले सीएनएन ने रक्षा सूत्रों के हवाले से कहा था कि ट्रंप ने संसद के कुछ सदस्यों से सीरिया के खिलाफ सैन्य कार्रवाई की बात की है। वह रक्षा मंत्री जेम्स मैटिस के साथ संभावित विकल्पों पर विचार कर रहे हैं। इस हमले में मिसाइलों और ड्रोनों से सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया जा सकता है। हालांकि सीरिया में रूसी सेनाओं की मौजूदगी के बीच यह हमला पूरे क्षेत्र में सैन्य टकराव की नई वजह बन सकता है। अमेरिका अगस्त 2013 के रासायनिक हमले के बाद भी सीरिया में हवाई हमला करने के करीब था, लेकिन रूस की मध्यस्थता और सीरिया द्वारा रासायनिक हथियारों का भंडार नष्ट करने के ऐलान से हमला टल गया। उस रासायनिक हमले में 1300 लोग मारे गए थे।

अमेरिकी अगुआई में पश्चिमी देशों के गठबंधन की फौज अभी सीरिया-इराक में आईएस के ठिकानों पर बमबारी कर रही हैं। अमेरिकी विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन ने भी कहा कि हमले में असद सरकार का हाथ होने को लेकर हमें रत्ती भर भी संदेह नहीं है। सीरिया सरकार को लगातार समर्थन देने के मुद्दे पर रूस को दोबारा सोचना चाहिए। टिलरसन अगले हफ्ते मॉस्को का दौरा करेंगे।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख