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गुवाहाटी: असम सरकार ने शनिवार को मंत्रिमंडल में दो नए चेहरों को शामिल किया। संजय किशन और जोगन मोहन को राज्यपाल जगदीश मुखी ने यहां राजभवन के दरबार हॉल में एक सादे समारोह में पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। मोहन और किशन दोनों ने स्वतंत्र प्रभार वाले राज्य मंत्री के रूप में शपथ ली। इसके साथ ही मुख्यमंत्री सहित मंत्रिमंडल में 18 मंत्री हो गए हैं। इनमें भाजपा से 12 और गठबंधन की सहयोगी पार्टियों असम गण परिषद (अगप) और बोडो पीपुल्स फ्रंट (बीपीएफ) से तीन-तीन मंत्री हैं। नए मंत्रियों के विभागों की घोषणा की जानी अभी बाकी है।

किशन और मोहन दोनों पहली बार के विधायक निर्वाचित हुए हैं। वे क्रमशः तिनसुकिया और महमोरा विधानसभा क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करते हैं। किशन ने शपथ ग्रहण के बाद संवाददाताओं से कहा कि वह उन्हें जिम्मेदारी सौंपने के लिए मुख्यमंत्री के आभारी हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मैं राज्य के सभी समुदायों की सेवा करने के लिए प्रतिबद्ध रहूंगा और असम को मजबूत बनाने और इसे वैश्विक मंच पर ले जाने में मुख्यमंत्री की मदद करूंगा।’’ मोहन ने कहा कि मुख्यमंत्री ने उन्हें मंत्री के रूप में नियुक्त करके उनपर जो विश्वास जताया है, उसके लिए वह उनके आभारी हैं।

गुवाहाटी: असम विधानसभा में विपक्षी कांग्रेस और एआईयूडीएफ ने राज्य की भाजपा सरकार के खिलाफ नारेबाजी की जिसकी वजह से राज्यपाल को बीच में ही अपना भाषण रोकना पड़ा। सोमवार को एक दिन के विशेष सत्र को राज्यपाल ने जैसे ही संबोधित करना शुरू किया, विपक्षी सदस्य खड़े हो गए और संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) और पिछले महीने इस कानून के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान पुलिस गोलीबारी में पांच लोगों की मौत के विरोध में प्रदर्शन करने लगे। कांग्रेस और ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (एआईयूडीएफ) के सदस्यों ने हाथों में पोस्टर और तख्तियां पकड़ रखी थी और वे राज्यपाल के सामने आकर नारेबाजी कर रहे थे।

हंगामे की वजह से राज्यपाल की आवाज सुनाई नहीं दे रही थी जिसके चलते कुछ मिनटों में ही उन्होंने अपना भाषण खत्म कर दिया। बाद में विधानसभा अध्यक्ष हितेन गोस्वामी ने मुखी के भाषण को पढ़ा हुआ मान लेने की घोषणा की। मीडिया को उपलब्ध कराई गई भाषण की प्रति के मुताबिक राज्यपाल ने कहा कि असम के मूल लोगों के अधिकारों को सुरक्षित रखना और उनकी पहचान एवं विरासत को संरक्षण देना सरकार की पहली प्राथमिकता है।

गुवाहाटी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समयाभाव के कारण खेलो इंडिया गेम्स का उद्घाटान करने के लिए 10 जनवरी को असम नहीं जाएंगे। असम भाजपा के प्रवक्ता दीवान ध्रुब ज्योति मराल ने बुधवार को मीडिया से कहा, 'यह दौरा रद्द हो गया है।' मराला ने कहा कि राज्य सरकार ने प्रधानमंत्री से संपर्क किया था, लेकिन दौरा संभव नहीं हो पाया है, क्योंकि प्रधानमंत्री मोदी के पास समय नहीं है। उन्होंने कहा, 'राज्य सरकार ने उनसे संपर्क किया, लेकिन वह समय नहीं निकाल सके।'

राज्य के वित्तमंत्री हिमांता बिस्व सरमा ने हालांकि कहा कि राज्य सरकार को प्रधानमंत्री का कोई कार्यक्रम नहीं प्राप्त हुआ है। सरमा ने कहा, 'हमें प्रधानमंत्री का कोई कार्यक्रम नहीं मिला था। इसलिए जब पहले दौरा तय ही नहीं था, फिर रद्द कैसे हो सकता है?' प्रधानमंत्री के गुवाहाटी आने की खबर ऐसे समय में आई थी, जब नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन चल रहा है।

गुवाहाटी: देश के पूर्वोत्तर हिस्से में भी कपकपाती ठंड के साथ शीतलहर जैसे हालात बन रहे हैं। वहीं नागालैंड में कुछ स्थानों पर लगभग चार दशकों में पहली बार बर्फबारी देखने को मिली है। स्थानीय मौसम विभाग के अनुसार गुवाहाटी, अरुणाचल प्रदेश, राजधानी ईटानगर में शीतलहर चल रही है। सोमवार को 2.9 डिग्री सेल्सियस तापमान के साथ पूर्वोत्तर में ईटानगर सबसे ठंड राजधानी रही। वहीं मणिपुर की राजधानी इंफाल में भी इसी तरह की स्थिति देखने को मिली है। सोमवार को 3 डिग्री सेल्सियस के साथ दूसरे नंबर पर रहा।

गुवाहाटी में न्यूनतम तापमान 9 डिग्री सेल्सियस, शिलॉन्ग में 5 डिग्री सेल्सियस और नागालैंड के कमर्शियल हब दीमापुर में न्यूनतम तापमान 8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। नागालैंड में चार जिलों जुन्हेबोतो, किफिरे, फेक, तुएनसांग में कुछ हिस्सों में 37 साल के बाद पिछले सप्ताह बर्फबारी हुई है। बर्फ से ढके कुछ स्थानों की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। मौसम विभाग के अनुसार सप्ताह के पहले दो दिनों में इन क्षेत्रों में मौसम ज्यादातर शुष्क रहेगा और अगले तीन दिनों में हल्की बारिश भी होने की संभावना है।

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