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गुवाहाटी (जनादेश ब्यूरो): संसद द्वारा नागरिकता संशोधन विधेयक (सीएबी) पास किए जाने के बाद से ही उत्तर पूर्व के राज्यों में लगातार विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। इस बीच गुवाहाटी में नागरिकता बिल का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों पर पुलिस ने फायरिंग की, जिसमें कम से कम तीन की मौत हो गई। यह घटना तब भी हुई जब संसद द्वार बुधवार को नागरिकता बिल को मंजूरी दिए जाने के बाद शहर में लगाए गए कर्फ्यू की अवहेलना में हजारों प्रदर्शनकारियों ने शहर की सड़कों पर प्रदर्शन किया। उधर, मेघालय में भी मोबाइल इंटरनेट और मैसेजिंग सेवा को अगले 48 घंटे के लिए बंद कर दिया गया है।

इंटरनेट सेवा का निलंबन 48 घंटे के लिए बढ़ा

इससे पहले आज ही सरकार ने असम के 10 जिलों में इंटरनेट सेवाओं के निलंबन को अगले 48 घंटों के लिए बढ़ा दिया और चार इलाकों में सेना के जवानों को तैनात किया है। इस बिल के खिलाफ उत्तर पूर्व के शहरों में हज़ारों लोग सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे हैं। बुधवार के हिंसक प्रदर्शन के बाद गुरुवार को भी गुवाहाटी में लोगों ने कर्फ्यू का उल्लंघन किया। इससे पहले भी गुवाहाटी के उपनगरीय इलाकों में पुलिस फायरिंग की ख़बरें आई हैं।

 

सभी यात्री ट्रेनें निलंबित

नागरिकता संशोधन विधेयक के खिलाफ असम और त्रिपुरा में हो रहे हिंसक विरोध प्रदर्शनों का असर यातायात पर पड़ रहा है। रेलवे ने असम और त्रिपुरा आने-जाने वाली सभी यात्री ट्रेनों को निलंबित कर दिया और लंबी दूरी वाली ट्रेनों को गुवाहाटी में ही रोका जा रहा है। वहीं विमानन कंपनी इंडिगो ने डिब्रूगढ़ आने-जाने वाली सभी फ्लाइट्स कैंसल कर दी हैं। कंपनी ने यात्रियों को इसके लिए अल्टरनेट फ्लाइट लेने या रिफंड की पेशकश की है। पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के प्रवक्ता सुभानन चंदा ने बताया कि सुरक्षा स्थिति को देखते हुए यह फैसला बुधवार रात में लिया गया, जिसके बाद कई यात्री कामाख्या और गुवाहाटी में फंस गए। बुधवार रात गुवाहाटी में अनिश्चितकाल के लिए कर्फ्यू लगा दिया गया था क्योंकि यहां प्रदर्शनकारियों ने असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल और केंद्रीय मंत्री रामेश्वर तेली के घर को निशाना बनाया था।

सेना ने निकाला फ्लैग मार्च

असम में नागरिकता संशोधन विधेयक (सीएबी) के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए लोगों ने गुरुवार सुबह कर्फ्यू का उल्लंघन किया। साथ ही राज्य में स्थिति तनावपूर्ण बनी रही और इस दौरान सेना ने फ्लैग मार्च भी किया। 'कैब' (सीएबी) के खिलाफ लगातार हो रहे प्रदर्शन के बाद गुवाहाटी में बुधवार रात अनिश्चितकाल के लिए कर्फ्यू लगा दिया गया था। चार स्थानों पर सेना के जवानों को तैनात किया गया है, जबकि बुधवार को त्रिपुरा में असम राइफल्स के जवानों को तैनात भी किया गया था। पूर्वोत्तर में असम और त्रिपुरा में नागरिकता संशोधन बिल को लेकर अफरातफरी की स्थिति बनी हुई है। अखिल असम छात्र संगठन (आसू) ने गुवाहाटी में सुबह 11 बजे से विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया है। वहीं, कृषक मुक्ति संग्राम समिति ने लोगों से अपील की है कि वह सड़कों पर उतरें और शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन करें। बुधवार रात कर्फ्यू के बावजूद लोग सड़कों पर निकल आए थे। सेना ने शहर में बृहस्पतिवार सुबह फ्लैग मार्च निकला।

'कैब' की आग मेघालय तक पहुंची

उधर, 'कैब' की आग मेघालय तक पहुंच चुकी है। राज्य में भी मोबाइल इंटरनेट और मैसेजिंग सेवा को अगले 48 घंटे के लिए बंद कर दिया गया है।

पीएम मोदी की अपील

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट करते हुए असम के लोगों से अपील की है। पीएम मोदी ने लिखा, 'मैं असम के अपने भाई-बहनों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि उन्हें नागरिकता संशोधन बिल (सीएबी) के पारित होने के बाद चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है। मैं उन्हें आश्वस्त करना चाहता हूं कि कोई उनसे उनके अधिकार, अनूठी पहचान और खूबसूरत संस्कृति नहीं छीन सकता। वह लगातार फलती-फूलती रहेगी।'

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