गुवाहाटी: लोकसभा चुनाव के पहले नेताओं के पार्टी छोड़ने और दल बदलने का सिलसिला तेज हो चला है। असम के तेजपुर से भाजपा सांसद राम प्रसाद शर्मा ने भी पार्टी छोड़ दी है। शर्मा ने भाजपा छोड़ते हुए कहा कि पार्टी में नए घुसपैठियों के कारण पुराने कार्यकर्ताओं को नजरअंदाज किया जा रहा है। शर्मा ने कहा कि आरएसएस और विहिप के लिए 15 वर्ष और भाजपा के लिए 29 वर्ष काम करने के बाद वह पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहा हूं। उन्होंने फेसबुक पर एक पोस्ट में कहा कि मैंने आज भाजपा छोड़ दी। मैं असम के उन पुराने भाजपा कार्यकर्ताओं के लिए दुख महसूस करता हूं जिन्हें नए घुसपैठियों के कारण नजरअंदाज किया जा रहा है।
उम्मीदवारों की सूची में शर्मा का नाम नहीं
तेजपुर लोकसभा सीट के लिए पार्टी के संभावित उम्मीदवार के पैनल में शर्मा का नाम शामिल नहीं था। इसमें केवल असम के मंत्री और एनईडीए के संयोजक हिमंत बिस्वा शर्मा का नाम था।
वहीं असम की 14 लोकसभा सीटों के उम्मीदवारों की सूची दिल्ली भेजी जा चुकी है और इसकी शनिवार को घोषणा किए जाने की संभावना है। शर्मा की बेटी को एपीएससी नौकरी घोटाले के सिलसिले में गिरफ्तार किए जाने के बाद से ही उनकी उम्मीदवारी दांव पर थी। लोकसभा चुनाव 2019 की तारीखों का एलान होते ही दल बदलने का सिलसिला जोर पकड़ने लगा है। नेता पाला बदलने में व्यस्त हैं। 16 मार्च को कई नेताओं ने दूसरे दलों का रुख कर लिया।