ताज़ा खबरें
विधानसभा में एंट्री रोकने के मुद्दे पर आतिशी ने राष्ट्रपति से मांगा समय
वोटर लिस्ट में हेरफेर के लिए बीजेपी ने दो एजेंसियां की नियुक्ति: ममता
निष्पक्ष निर्वाचन आयोग के बगैर स्वतंत्र-निष्पक्ष चुनाव नहीं हो सकते: ममता

लखनऊ: गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को अपना नामांकन दाखिल कर दिया है। इससे पहले गृहमंत्री ने सुबह लखनऊ के हनुमान सेतु मंदिर में पूजा-अर्चना की। इसके बाद वह भाजपा प्रदेश मुख्यालय पहुंचे। राजनाथ ने पार्टी कायार्लय में अपने संबोधन में कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि देश को आगे बढ़ाने में मोदी ने करिश्माई काम किया है। सार्वजनिक सभाओं में उनका आकर्षण देखने को मिल रहा है। चाहे केरल हो या कनार्टक हर जगह लोग उन्हें सुनने के लिए आ रहे हैं।

राजनाथ ने कहा, “यहां का प्रत्याशी हूं। मुझे ज्यादा बोलने की जरूरत नहीं है। मैं लखनऊवासियों को जानता हूं। वे मुझे जानते हैं। मुझे विश्वास है कि वे मुझे दोबारा सेवा करने का अवसर प्रदान करेंगे।” राजनाथ ने पार्टी कायार्लय से अपने रोड शो की शुरुआत की। जिसके लिए लखनऊ स्थित भाजपा मुख्यालय में भारी संख्या में कार्यकर्ता आए हुए हैं। राजनाथ सिंह के अलावा मोहनलालगंज से भाजपा अनुसूचित मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष कौशल किशोर भी नामांकन दाखिल करेंगे।

लखनऊ: भाजपा से सीटें नहीं मिलने से नाराज सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने 5वें 6वें और 7वें चरण की सीटों से 39 प्रत्याशियों की सूची जारी की। उन्होंने कहा कि वह किसी को हराने के लिए नहीं बल्कि जीतने के लिए मैदान में उतरे हैं। वाराणसी, गोरखपुर और लखनऊ में भी प्रत्याशी दिया। राजभर ने कहा कि भाजपा के नेता कहते हैं कि राजभर से समझौता विधानसभा में है। विधानसभा में गठबंधन बना रहेगा। फिर भी यदि मुख्यमंत्री कहेंगे तो अभी वह और निगमों के सभी पदाधिकारी इस्तीफा देने को तैयार हैं।

सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओपी राजभर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके उम्मीदवारों का एलान किया। इसके साथ ही सुभासपा के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि वह प्रदेश सरकार से इस्तीफा देने को तैयार हैं, इस्तीफा टाइप किया हुआ रखा है। लेकिन सरकार में कोई इस्तीफा लेने को तैयार ही नहीं है।

नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव के बीच में ही उत्तर प्रदेश में सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के मुखिया ओम प्रकाश राजभर के एक बार फिर बगावती तेवर सामने आये हैं। इस बार तो इन्होने गठबंधन से अलग पूर्वांचल की 25 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने का एलान कर दिया है। उनकी इस घोषणा के बाद भाजपा सकते में हैं। वह अपने नफ़ा नुकसान का भी आकलन कर रही है। एक यह भी कयास लगाया जा रहा है कि नाराज़ ओम प्रकाश को भाजपा आखिरी तक मना लेगी क्योंकि पूर्वांचल में भाजपा के लिये अपना दल के बाद भासपा यानी ओम प्रकाश राजभर की पार्टी बड़े मायने रखती है। इन्ही दो पार्टियों की कश्ती पर सवार होकर भाजपा न सिर्फ 2014 में उत्तर प्रदेश में 73 सीट के रिकार्ड आंकड़े तक पहुंची थी बल्कि 2017 के विधानसभा में सूबे की सत्ता तक पहुंचने में भी कामयाब हुई थी।

विधानसभा और लोकसभा के चुनाव में राजभरों के वोटों के प्रतिशत से इसका अंदाजा लगाया जा सकता है। राजभर बिरादरी का पूर्वांचल में बड़ा वोट बैंक है। 2012 के चुनावों में बलिया, गाज़ीपुर, मऊ, वाराणसी में इनकी ताकत दिखी थी।

नई दिल्ली: हेट स्पीच को लेकर चुनाव आयोग की कार्रवाई के बाद मायावती ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है, मगर मायावती को फिलहाल सुप्रीम कोर्ट से राहत नहीं मिली है। मायावती को चुनाव आयोग के बैन पर फिलहाल सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई से इनकार कर दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि इस संबंध में याचिका दायर करें, फिर हम सुनवाई करेंगे। सुप्रीम कोर्ट ने कहा हम कह सकते हैं कि चुनाव आयोग ने अपनी शक्तियों का इस्तेमाल किया है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि चुनाव आयोग ने अचार सहिंता तोड़ने वालों के खिलाफ कार्रवाई की।

बता दें कि चुनाव आयोग ने हेट स्पीच को लेकर चुनाव मायावती पर 48 घंटे और सीएम योगी आदित्यनाथ पर 72 घंटे के लिए चुनाव प्रचार से बैन कर दिया गया है। यह आदेश आज सुबह 6 बजे से लागू है। दरअसल मायावती की ओर से दुष्यंत दवे ने सुप्रीम कोर्ट में कहा कि चुनाव आयोग ने मनमाने तरीके से उनके चुनाव प्रचार पर बैन लगा दिया है। इसलिए सुप्रीम कोर्ट इस पर चुनाव आयोग के फैसले पर रोक लगाई जाए। इस पर चीफ जस्टिस ने कहा कि आप याचिका दाखिल करें, तब हम सुनवाई करेंगे।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख