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लखनऊ: बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा है कि दलितों का वोट बांटने के लिए भाजपा ने पहले साजिश कर भीम आर्मी बनवाई और अब उसे मुखिया चंद्रशेखर को वाराणसी से चुनाव लड़वा रही है। उन्होंने गठबंधन के लोगों से अपील की है कि वोट बंटवारा रोकने के लिए अभी से जुट जाएं और भाजपा के मंसूबों को सफल न होने दें। इसके साथ ही दलित, पिछड़ों और मुस्लिमों को एक रहने की जरूरत बताई है। मायावती ने भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर के वाराणसी से चुनाव लड़ने की खबर आने के बाद रविवार को जारी बयान में भाजपा को आड़े हाथों लिया है।

उन्होंने कहा कि भाजपा इसकी आड़ में अपनी दलित-विरोधी मानसिकता वाली घिनौनी राजनीति कर रही है। भाजपा ने गुप्तचरी के लिए पहले चंद्रशेखर को बसपा में भेजने का प्रयास किया, लेकिन उनका यह षडयंत्र विफल रहा। उन्होंने एससी-एसटी वोटबैंक को सचते करते हुए कहा कि भाजपा को सत्ता से हटाने के लिए आपका एक-एक वोट बहुत कीमती है। इसे किसी भी हाल में बर्बाद नहीं होने दें।

उन्होंने यह भी कहा है कि दलित व पिछड़ों में अधिकतर संगठन व छोटी-छोटी पार्टियां चुनाव में बसपा व डा. भीमराव आंबेडकर के कारवां को नुकसान पहुंचाने के लिए ही बनी हैं। भाजपा इनका इस्तेमाल अपने फायदे के लिए कर रही है। भाजपा ने पहले सहारनपुर में शब्बीरपुर कांड कराया फिर चंद्रशेखर को गिरफ्तार कराया और बाद में जेल से बाहर भी कराया। भाजपा चंद्रशेखर को वाराणसी से इसलिए चुनाव लड़ा रही है ताकि बसपा का दलित बेस वोट थोड़ा बंट जाए। यह वोट जितना बंटेगा उतना भाजपा को फायदा होगा।

उन्होंने सचेत करते हुए कहा है कि दलित वर्ग के लोग किसी भी भावना में आकर यार-दोस्त, रिश्ते-नाते व जाति-बिरादरी के चक्कर में पड़कर अपना वोट खराब ना करें और ऐसे लोगों से सावधान रहें। दलित, पिछड़ा, मुस्लिम व अन्य धार्मिक अल्पसंख्यक समाज विरोधी भाजपा को सत्ता से बाहर करने के लिए इनका एक-एक वोट बहुत कीमती है। इसे बर्बाद न होने दें।

मायावती ने इसके साथ ही बसपा, सपा और रालोद के सभी छोटे-बड़े पदाधिकारियों, नेताओं व कार्यकर्ताओं से अपील है कि वे इस चुनाव में पर्दे के पीछे से भाजपा को मदद करने वालों से सावधान रहें। दलितों, पिछड़ों, मुस्लिम व अन्य धार्मिक अल्पसंख्यक समाज के नाम पर बनवाई गई पार्टियों और इनके संगठनों के चक्कर से अपने यार-दोस्त, जाति-बिरादरी, रिश्तेनातों का वोट कतई खराब न होने दें।

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