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अहमदाबाद: अहमदाबाद और गांधीनगर में भारी बारिश से जन-जीवन प्रभावित हुआ है। साबरमती नदी में उफान के बाद ग्रामीण और शहरी इलाके से 10000 लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया। अधिकारियों ने बताया कि लगातार बारिश के कारण राज्य में बुधवार (26 जुलाई) तक मृतकों की संख्या 123 हो गयी। पिछले 24 घंटे में अहमदाबाद में ही 200 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गयी है। आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक गांधीनगर के कलोल तहसील में गुरुवार (27 जुलाई) सुबह आठ बजे से दिन में 12 बजे तक 240 मिलीमीटर बारिश सहित कुल 370 मिलीमीटर बारिश हुई। जिला प्रशासन ने स्कूलों और कॉलेजों को बंद करने का आदेश दिया है। भारी बारिश की वजह से कई निजी कार्यालय और दुकानें दिन में देर तक नहीं खुले। जिलाधीश अवंतिका सिंह ने कहा कि धरोई बांध से साबरमती नदी में पानी छोड़े जाने के बाद जिला प्रशासन एवं राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) ने शहर में 11 जगहों से 2500 लोगों सहित करीब 10000 लोगों को स्थानांतरित किया गया। उन्होंने बताया, ‘वसना बैराज से नदी में पानी छोड़े जाने के कारण निचला इलाका जलमग्न हो गया है।’ भारी बारिश और जलजमाव के कारण कम से कम 20 मकानों का कुछ हिस्सा ध्वस्त हो गया।

नई दिल्‍ली: बिहार में सियासी घमासान के बीच अब गुजरात में कांग्रेस को झटका लगा है। राज्‍यसभा चुनाव से पहले यहां कांग्रेस के तीन वरिष्‍ठ विधायकों ने गुरुवार को पार्टी से इस्‍तीफा देकर भाजपा का दामन थाम लिया। इसे शंकर सिंह वाघेला के उस प्‍लान का हिस्‍सा माना जा रहा है, जिसके तहत उन्‍होंने पिछले सप्‍ताह कांग्रेस को अलविदा कह दिया था। तीनों विधायकों ने गांधीनगर में अपने इस्तीफे का पत्र विधानसभा अध्यक्ष रमनलाल वोरा को सौंपा। वोरा ने कहा कि यह तीनों अब आठ अगस्त को होने वाले राज्यसभा चुनाव में वोट नहीं डाल पाएंगे, क्योंकि ये अब सदन के सदस्य नहीं हैं। इन विधायकों में विधानसभा में कांग्रेस के मुख्‍य सचेतक बलवंत सिंह राजपूत शामिल हैं। भाजपा ने उन्‍हें आगामी राज्‍यसभा चुनाव के लिए राज्‍य से अपना उम्‍मीदवार बनाया है। राजपूत, जोकि वघेला के करीबी रिश्‍तेदार हैं, को भाजपा ने सोनिया गांधी के राजनीतिक सलाहकार अहमद पटेल को संसद के ऊपरी सदन में फिर से निर्वाचित होने से रोकने के प्रसास में मैदान में उतारा है। भाजपा उम्मीद जता रही है कि बलवंत सिंह को वाघेला समर्थक विधायकों का समर्थन भी मिल सकता है।

गांधीनगर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को गुजरात के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया। मोदी ने राज्य सरकार को बाढ़ राहत कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए साथ ही बाढ़ पीड़ितों के लिए बचाव का भी ऐलान किया। प्रधानमंत्री ने राज्य आपदा प्रबंधन विभाग को भारत सरकार की तरफ से 500 करोड़ रुपये से ज्यादा की मदद का ऐलान किया। पीएम मोदी ने प्रधानमंत्री राहत कोष से बाढ़ में मारे गए लोगों के परिजनों को 2 लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये की सहायता देने की घोषणा की। प्रधानमंत्री के इस दौरे पर गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपानी भी साथ थे। प्रधान मंत्री ने राहत कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए साथ ही केंद्र सरकार की ओर से राज्य को हर संभव मदद का भरोसा दिया। प्रधानमंत्री ने अहमदाबाद में कहा कि भारत सरकार के अधिकारी छोटी अवधि और लंबी अवधि तक राज्य सरकार की मदद के लिए तैयार रहेंगे। अगर आगे और तेज बारिश हुई तो राहत कार्य भी और तेज किया जाएगा। प्रधानमंत्री ने उम्मीद जताई कि गुजरात के लोग मजबूत हैं और ये बाढ़ राज्य की विकास यात्रा को प्रभावित नहीं करेगी। प्रधानमंत्री मोदी विशेष विमान से गुजरात हवाई दौरे पर पहुंचे थे।

अहमदाबाद: गुजरात में बाढ़ से बुरा हाल है. राज्यभर में बाढ़ की वजह से 70 से ज्यादा लोगों की मौत भी हुई है। कई जिलों के रिहायशी इलाकों में पानी भरा हुआ है। साथ ही राज्य की ज़्यादातर नदियां उफ़ान पर हैं, जिससे यहां के 10 से ज़्यादा ज़िलों में बाढ़ है या बाढ़ जैसे हालात हैं। वहीं क़रीब 25 हज़ार से ज़्यादा लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया है। इस काम में पिछले तीन दिनों में वायुसेना और एनडीआरएफ़ की टीम जुटी है। एनडीआरएफ़ की 6 और टीमों को बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत के लिए भेजा गया है। साथ ही बीएसएफ और सेना के जवान भी राहत में जुटे हैं। यहां के बनासकांठा के नेशनल हाइवे, 20 स्टेट हाइवे के अलावा करीब 300 से ज़्यादा सड़कें बुरी तरह प्रभावित हैं। दिल्ली और अहमदाबाद के बीच के रेल रूट भी प्रभावित है, क्योंकि उत्तरी गुजरात के कुछ इलाकों में रेल ट्रैक पूरी तरह पानी में डूब गया है। धारोई डैम से पानी छोड़े जाने से पहले राज्य के खेड़ा और आणंद ज़िले में अलर्ट जारी किया गया है। राजस्थान में पिछले क़रीब 10 दिनों से रुक-रुककर हो रही बारिश की वजह से बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं। बाढ़ की वजह से यहां 11 से ज़्यादा लोगों की मौत हो गई है।

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