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अहमदाबाद: बुधवार को कांग्रेस छोड़ने वाले गुजरात के नेता हार्दिक पटेल ने कहा है कि वे अभी भाजपा में नहीं हैं। भाजपा या आम आदमी पार्टी ज्‍वॉइन करने के बारे में उन्‍होंने अभी कोई निर्णय नहीं लिया है। कांग्रेस पार्टी पर फिर निशाना साधते हुए हार्दिक ने कहा कि उन्‍होंने अपने तीन साल इस पार्टी में बर्बाद कर दिए। अहमदाबाद में संवाददाताओं से बात करते हुए हार्दिक ने कहा, 'मैं अभी भाजपा में नहीं हूं और इस बारे में अभी कोई फैसला नहीं लिया है।' लेकिन उन्‍होंने अयोध्‍या फैसले और जम्‍मू-कश्‍मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्‍छेद 370 को हटाने के लिए भाजपा की तारीफ कर इस बारे में अटकलों को बरकरार रखा।

इस पाटीदार नेता ने इस्‍तीफे के लेटर में राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए बुधवार को कांग्रेस छोड़ दी थी। हार्दिक ने कहा था कि पार्टी के शीर्ष नेताओं का ध्यान अपने मोबाइल फोन में लगा रहता है और गुजरात कांग्रेस के नेता उनके लिए चिकन सैंडविच का प्रबंध करने में लगे रहते हैं। इस बीच, भाजपा सूत्रों ने एक सप्‍ताह में 28 वर्षीय हार्दिक के सत्‍तारूढ़ दल में शामिल होने के संकेत दिए हैं।

सूत्रों का यह भी दावा है कि वे पिछले दो माह से भाजपा के साथ बातचीत कर रहे हैं। यह पूछे जाने पर कि क्या वह भारतीय जनता पार्टी या आप में शामिल हो सकते हैं, पटेल ने बृहस्पतिवार को कहा, “मैंने अभी तक किसी राजनीतिक दल में शामिल होने के बारे में कोई निर्णय नहीं लिया है चाहे वह भाजपा हो या आप। मैं जो भी फैसला लूंगा, वह लोगों के हित में होगा।”

कांग्रेस की आलोचना करते हुए उन्होंने कहा कि पार्टी कभी हिंदुओं के मुद्दों, जैसे कि सीएए या वाराणसी की मस्जिद में मिले शिवलिंग आदि पर कुछ नहीं बोलती। पटेल ने कहा, “इसके अलावा गुजरात कांग्रेस में जातीय राजनीति बहुत ज्यादा होती है। मैंने पार्टी में तीन साल बर्बाद किये।” पटेल को जुलाई 2020 में गुजरात प्रदेश कांग्रेस का कार्यवाहक अध्यक्ष बनाया गया था। हार्दिक ने कहा, 'यह सच्‍चाई है कि कांग्रेस को 2017 के विधानसभा चुनाव में पाटीदार कोटा आंदोलन से फायदा हुआ, लेकिन कार्यकारी अध्‍यक्ष बनाने के बावजूद मुझे कोई जिम्‍मेदारी नहीं दी गई। यहां तक कि मुझे पार्टी की अहम बैठकों में भी नहीं बुलाया गया। पिछले तीन वर्ष में मेरी प्रेस कॉन्‍फ्रेंस की भी व्‍यवस्‍था नहीं की गई।' उन्‍होंने दावा किया कि कांग्रेस की कोई दूरदृष्टि नहीं है और पार्टी के नेता अंबानी और अडानी जैसे गुजरात लोगों के प्रति पक्षपाती हैं। हार्दिक ने कहा, '33 वर्षों से सात-आठ लोग कांग्रेस को चला रहे हैं। मेरे जैसे कार्यकर्ता रोज 500-600 किमी की यात्रा करते हैं। यदि मैं लोगों के बीच जाकर जमीनी हालात का पता लगाने की कोशिश करता हूं तो एसी कमरों में बैठे बड़े नेता, इस प्रयास को बाधित करने का प्रयास करते हैं।'

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