नई दिल्ली: कांग्रेस नेता हार्दिक पटेल एक बार फिर पार्टी नेतृत्व और गुजरात कांग्रेस इकाई पर हमला बोला है। हार्दिक पटेल के इन नए संकेतों से कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ी हैं। पटेल ने आरोप लगाया है कि पार्टी नेतृत्व उन्हें दरकिनार कर रहा है। पिछले तीन सालों से पार्टी से वो लगातार शिकायत कर रहे हैं। अब गुजरात चुनाव के ठीक पहले भाजपा की तारीफ कर उन्होंने पार्टी की मुश्किलें बढ़ाने वाला संदेश भेजा है। पाटीदार समुदाय के प्रभावशाली नेता हार्दिक पटेल ने हालांकि इस बात से इंकार किया है कि वो भाजपा के संपर्क में हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा में कुछ अच्छी बाते हैं, जिसे हमें स्वीकार करना चाहिए। हालांकि कभी भाजपा सरकार के दौरान हार्दिक पटेल ने पाटीदार समुदाय को आरक्षण के लिए बड़ा आंदोलन छेड़ा था।
हार्दिक पटेल ने मीडिया से बातचीत में कहा, "भाजपा ने हाल ही में कुछ राजनीतिक फैसले लिए हैं, हमें यह स्वीकारना होगा कि उन्हें ऐसे कदम उठाने की ताकत है। उनका पक्ष लिए बिना या प्रशंसा किए बिना हम कम से कम इस सच्चाई को स्वीकार कर सकते हैं।
उन्होंने कहा, अगर कांग्रेस गुजरात में मजबूत बनना चाहती है तो हमें निर्णय़ लेने के कौशल को बेहतर करना होगा और फैसले लेने की ताकत भी दिखानी होगी।
हालांकि उन्होंने इस बात से इंकार कर दिया कि वो कांग्रेस छोड़ने की कगार पर हैं। कुछ दिनों पहले पटेल ने बयान दिया था कि वो ऐसा महसूस कर रहे हैं, जैसे किसी दूल्हे की नसबंदी करा दी गई हो। हार्दिक पटेल ने 2015 में गुजररात में पाटीदार अनामत नाम से बड़ा आंदोलन छोड़ा था। उन्होंने वर्ष 2019 के पहले कांग्रेस ज्वाइन की थी। हालांकि राजनीतिक पारी शुरू होने के बाद से उनकी लोकप्रियता में गिरावट आई है।
कांग्रेस पार्टी ने 2017 के चुनाव में पहले के मुकाबले बढ़त हासिल की थी। लेकिन पाटीदार (पटेल) समुदाय ने 2019 के चुनाव या स्थानीय निकाय चुनाव में कांग्रेस पार्टी का समर्थन नहीं किया। खबरों में कहा गया है कि हार्दिक पटेल पाटीदार नेता नरेश पटेल को पार्टी में शामिल करने की तैयारी को लेकर नाराज हैं। कांग्रेस को छोड़ने के सवाल पर हार्दिक ने कहा, मैं क्यों रिश्ते तोड़ूंगा। ऐसी कोई चर्चा नहीं हुई है। हम सच बोलते हैं। हम अपने परिवार में जब बात करते हैं तो सच्चाई ही सामने रखते हैं।