ताज़ा खबरें
महाराष्ट्र के नतीजे पर उद्धव बोले- 'यह सिर्फ एक लहर नहीं, सुनामी थी'
संसद में वायनाड के लोगों की आवाज बनूंगी: चुनाव नतीजे के बाद प्रियंका
झारखंड में 'इंडिया' गठबंधन को मिला बहुमत, जेएमएम ने 34 सीटें जीतीं
पंजाब उपचुनाव: तीन सीटों पर आप और एक पर कांग्रेस ने की जीत दर्ज

नई दिल्लीः गुजरात चुनाव में रोज एक नया मोड़ आता नजर आ रहा है। राज्य की सत्ताधारी भाजपा में 15 दिन पहले शामिल हुए पाटीदार नेता निखिल सवानी ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने कहा कि भाजपा पाटीदार नेताओं को बेवकूफ बना रही है। निखिल सवानी ने कहा है कि नरेंद्र पटेल ने भाजपा पर जो आरोप लगाए है वह बिलकुर ठीक है।

उन्होंने कहा कि भाजपा पाटीदार नेताओं को खरीदने की कोशिश कर रही है। निखिल ने कहा कि भाजपा पाटीदारों को तोड़ने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि नरेंद्र पटेल ने जो किया वो सही किया है।

आपको बता दें कि निखिल सवानी ने दो साल पहले हार्दिक पटेल का साथ छोड़ दिया था और कुछ दिन पहले ही वह भाजपा में शामिल हुए थे। निखिल ने कहा कि भाजपा ने जो वादा किया उसे पूरा नहीं किया। आरक्षण देना, आंदोलन में मारे गए लोगों को नौकरी नहीं दी, मुआवजा नहीं दिया।

कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात के सवाल पर निखिल ने कहा कि वो आज राहुल गांधी से मुलाकात की कोशिश करेंगे।

आपको बता दें कि रविवार देर रात पाटीदारों के लिए आरक्षण की मांग कर रहे हार्दिक पटेल खेमे के नेता नरेंद्र पटेल ने कहा कि उन्हें हार्दिक पटेल का साथ छोड़कर भाजपा के पाले में आने के लिए एक करोड़ रुपये का ऑफर दिया गया।

उन्‍होंने नोटों की गड्डियां दिखाते हुए यह भी कहा कि 10 लाख रुपये उनको एडवांस में भी दिए गए। नरेंद्र पटेल, पाटीदार अनामत आंदोलन समिति के संयोजक हैं। उन्‍होंने रविवार शाम ही हार्दिक के पूर्व सहयोगी वरुण पटेल की उपस्थिति में भाजपा का दामन थामा था। वरुण और रेशमा पटेल इससे पहले शनिवार को भाजपा में शामिल हुए थे।

नरेंद्र पटेल ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ''ये पैसा मुझे नहीं चाहिए, मैं सिर्फ पाटीदार समाज के लिए आंदोलन में आया हूं। मैं राजकीय अपेक्षा के लिए नहीं आया हूं।'' नरेंद्र पटेल ने कहा कि उनको वरुण पटेल मीटिंग के लिए ले गए। वहां तय हुआ कि मुझे एक करोड़ रुपये दिया जाएगा और मैंने यह रुपये उनसे लिया।

नरेंद्र पटेल ने कहा, ''वरुण पटेल ने मेरे लिए भाजपा से एक करोड़ रुपये की डील की। उन्‍होंने मुझे 10 लाख रुपये एडवांस में दिए। वे मुझे आज 90 लाख रुपये देने वाले थे लेकिन यदि वे मुझे पूरा आरबीआई भी दे दें तो भी मुझे नहीं खरीद पाएंगे।''

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख