वडोदरा: गुजरात दौरे के दूसरे दिन कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने एक बार फिर से बदले अंदाज में पीएम मोदी पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि 8 नवंबर को मोदी जी ने पता नहीं क्या सपना देख लिया और टीवी पर कहते हैं कि भाइयों और बहनों मैं आपका प्रधानमंत्री हूं...500 और 1000 रुपए के नोट में रद्दी करता हूं। हाहाहाहाहा, राहुल की इस बात पर वहां मौजूद लोगों ने जमकर तालियां बजाईं।
राहुल यही नहीं रूके उन्होंने कहा कि नोटबंदी करने से पहले उन्होंने किसी से यह नहीं पूछा कि इन नोटों से क्या होता है? किसान के घर कभी गए होते तो वह उनको बताता कि मोदी जी मैं बीज क्रेडिट कार्ड या मोबाइल से नहीं खरीदता हूं। कैश से खरीदता हूं। मजदूर के पास गए तो वह बताता कि मोदी जी मनरेगा में हमें चेक से नहीं कैश से पैसा मिलता है। छोटे दुकानदार भी बता देते कि मोदी जी कैश के बिना काम चल नहीं सकता।
राहुल गांधी ने कहा कि देश को लाइन में लगाकर पहले सबको चोर कहलवाया और जो बड़े चोर थे उनका सारा पैसा सफेद धन में बदलवा दिया। इसके बाद जीएसटी लेकर आए गए। छोटे दुकानदार और छोटे व्यापारियों को मारने के लिए जीएसटी ले आए।
हमने कहा था कि मोदी जी 18 फीसदी से ज्यादा टैक्स न लगाइए..और यह भी कहा कि अभी धीरे-धीरे जीएसटी लाइये..लेकिन वह अपनी बात पर अड़े रहे और रात को 12 बजे जीएसटी ले आए.....पूरे देश में आग लग गई। लाखों लोग बेरोजगार हो गए...इसी बीच एक नई कंपनी आ गई..शाह जी की कंपनी..2014 में सरकार बदली और 50 हजार की कंपनी 80 करोड़ में बदल गई।
गौरतलब है कि राहुल गांधी इस बार बदले अंदाज में पीएम मोदी और केंद्र सरकार पर निशाना साध रहे हैं और ऐसा पहली बार हो रहा है जब जनता उनकी बातों पर तालियां बजा रही है।