गांधीनगर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज अपना 67वां जन्मदिन मना रहे हैं इस मौके पर उन्होंने सरदार सरोवर बांध का उद्घाटन कर देश को एक बड़ी सौगात दी। गुजरात के केवड़िया में पीएम मोदी ने बांध की पूजा-अर्चना की। इस मौके पर केंद्रीय मंत्री नीतिन गडकरी, गुजरात के सीएम विजय रूपानी सहित प्रमुख लोग मौजूद थे। ये दुनिया का दूसरा सबसे ऊंचा और देश का सबसे ऊंचा बांध है।
बता दें कि इसके बन जाने के बाद देश के चार राज्यों को इसका फायदा मिलेगा। इनमें गुजरात, राजस्थान, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र शामिल हैं। देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने 5 अप्रैल 1961 को इस बांध की आधारशिला रखी थी। हालांकि इसे बनने में 56 साल लग गए। 138 मीटर ऊंचे सरदार सरोवर बांध की जल भंडारण क्षमता अब 4,25,780 करोड़ लीटर हो चुकी है। ये पानी पहले बह कर समुद्र में चला जाया करता था। 2016-17 के दौरान बांध से 320 करोड़ यूनिट बिजली पैदा की गई। अब ज्यादा पानी जमा होने से 40 फीसदी ज्यादा बिजली पैदा की जा सकती है। सरदार सरोवर डैम से बनी बिजली का 57 फीसदी महाराष्ट्र को, 27 फीसदी मध्य प्रदेश को और 16 फीसदी गुजरात को मिलेगी।
बांध से गुजरात के हजारों गांवों के साथ महाराष्ट्र के 37, 500 हेक्टेयर इलाके तक सिंचाई की सुविधा होगी। राजस्थान के दो सूखा प्रभावित जिले जालौर और बाड़मेर तक 2,46,000 हेक्टेयर जमीन की प्यास बुझेगी। गुजरात के 9,633 गांवों तक पीने का पानी पहुंचेगा। यानी सरदार सरोवर बांध से गुजरात के साथ महाराष्ट्र, राजस्थान और मध्य प्रदेश को फायदा मिलने वाला है।
इससे पहले खराब मौसम के चलते पीएम मोदी का हेलीकॉप्टर केवाड़िया में उतर नहीं पाया। जिसके चलते हेलीकॉप्टर को दाभोई में लैंड कराना पड़ा। पीएम मोदी यहां से सड़क के रास्ते से केवड़िया पहुंचे। पीएम मोदी ने शनिवार को अपने ट्वीट में कहा था, ‘रविवार को सरदार सरोवर बांध राष्ट्र को समर्पित होगा। इस परियोजना से लाखों किसानों को फायदा होगा और यह लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करेगा।’
साल के अंत में होने वाले गुजरात विधानसभा चुनाव को देखते हुए भी पीएम की यह यात्रा महत्वपूर्ण है। एक सप्ताह के भीतर पीएम की यह दूसरी गुजरात यात्रा है। इससे पहले पीएम 14 सितंबर को बुलेट ट्रेन परियोजना की शुरुआत के लिए जापानी पीएम शिंजो अबे के साथ यहां मौजूद थे। साथ ही प्रधानमंत्री बांध के समीप ही बन रही सरदार वल्लभ भाई पटेल की विशालकाय प्रतिमा ‘स्टेचू आफ यूनिटी’ के निर्माण में हुई प्रगति का जायजा भी लेंगे. यह विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा बनने जा रही है. पीएम इसके बाद नर्मदा महोत्सव के समापन कार्यक्रम और दाभोई की रैली में भी शामिल होंगे.