रायपुर: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी चुनावी रैलियों में लगातार राफेल का मुद्दा उठाते हुए मोदी सरकार पर हमला बोल रहे हैं। बुधवार को उन्होंने दावा करते हुए कहा कि राफेल सौदे की जांच होने पर घोटाला उजागर होगा और इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अनिल अंबानी के नाम सामने आएंगे। छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के लिए रैली को संबोधित करते हुए राहुल ने दावा किया कि राजग सरकार प्रति विमान 1600 करोड़ रूपये की दर से खरीद रही है, जबकि कांग्रेस नीत संप्रग सरकार के समय प्रत्येक लड़ाकू विमान की कीमत 526 करोड़ रूपये तय हुई थी।
कांग्रेस अध्यक्ष का यह बयान ऐसे वक्त आया है जब उच्चतम न्यायालय ने बुधवार को कहा कि राफेल लड़ाकू विमानों की कीमतों पर उसी स्थिति में चर्चा हो सकती है जब इस सौदे के तथ्यों को सार्वजनिक दायरे में आने दिया जाये। राहुल गांधी ने कहा, ‘‘सीबीआई निदेशक (आलोक वर्मा) ने राफेल सौदे में जांच शुरू की थी। प्रधानमंत्री ने उन्हें रात में 12 बजे हटा दिया। मैं आपको बता रहा हूं, जिस दिन राफेल सौदे की जांच शुरू होगी, दो नाम सामने आएंगे, एक अनिल अंबानी और दूसरा नाम नरेंद्र मोदी का। ''
फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद की यह टिप्पणी कि भारत सरकार ने दसॉल्ट एविएशन के लिए रिलायंस डिफेंस का नाम भागीदार के तौर पर दिया था और फ्रांस के पास विकल्प नहीं था, इस पर राहुल ने कहा कि मोदी ने 58,000 करोड़ रुपये के राफेल सौदे में दसॉल्ट के भागीदार के तौर पर अंबानी की कंपनी का नाम सुझाया। राहुल ने कहा कि मोदी सरकार ने एयरोस्पेस और रक्षा क्षेत्र में लंबा अनुभव रखने वाली हिन्दुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) की जगह अंबानी की ‘अनुभवहीन' कंपनी को चुना। नये आरोपों पर सरकार या भाजपा की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आयी है, हालांकि दोनों ने पूर्व में राफेल सौदे पर सभी आरोपों को खारिज किया था।
नोटबंदी पर राहुल ने कहा कि नोटबंदी के कारण गरीब लोग परेशान हुए और किसी भी अरबपति या काले धन के चोरों को 500 और 1000 रूपये के नोट को बदलवाने के लिए कतार में खड़ा नहीं होना पड़ा। राहुल ने नोटबंदी को देश का सबसे बड़ा घोटाला बताया। उन्होंने कहा, ‘‘इससे (नोटबंदी) बड़ा घोटाला कोई नहीं है। सच सामने आएगा। इससे साबित हो जाएगा कि मोदी ने गरीब लोगों का धन हथियाने और नीरव मोदी, अनिल अंबानी और मेहुल चौकसी जैसे चोरों की जेबों में इसे डालने के लिए यह कदम उठाया।''
प्रधानमंत्री को भ्रष्ट बताते हुए राहुल ने उन पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह के बेटे अभिषेक के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने के आरोप लगाए। गांधी ने कहा कि रमन सिंह के बेटे का नाम पनामा पेपर्स मामले में आया था।
राज्य के साथ अपने पारिवारिक जुड़ाव का जिक्र करते हुए कांग्रेस प्रमुख ने कहा कि संबंध प्यार का है, राजनीति का नहीं। उन्होंने कहा, ‘‘आपके साथ हमारा पुराना नाता है। जवाहरलाल नेहरूजी, इंदिरा जी, राजीवजी, सोनियाजी के छत्तीसगढ़ के साथ पारिवारिक संबंध रहे हैं। यह प्यार का संबंध है राजनीति का नहीं।'' उन्होंने भाजपा नीत राज्य सरकार पर किसानों की जमीन का जबरन अधिग्रहण करने का आरोप लगाया और कहा कि कांग्रेस को सत्ता मिलेगी तो किसानों से जमीन नहीं छीनी जाएगी।
कांग्रेस अध्यक्ष ने छत्तीसगढ़ में जनता की सरकार कायम करने का वादा किया और सत्तारूढ़ भाजपा पर 15 साल के अपने कार्यकाल में राज्य को बर्बाद करने का आरोप लगाया। राज्य में विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के लिए रैली को संबोधित करते हुए राहुल ने कहा कि जल, जंगल, खदान और खनिज के मामले में यह राज्य देश के संपन्न राज्यों में से एक है। उन्होंने दावा किया कि उद्योगों की स्थापना के लिए आदिवासी बहुल राज्य के इस हिस्से में स्थानीय लोगों की जमीन ले ली गयी। लेकिन जब उद्योग नहीं लगे तो जमीन लोगों को वापस नहीं की गयी। राज्य में विधानसभा की 90 सीटें हैं। दूसरे चरण में 72 सीटों के लिए मतदान 20 नवंबर को होगा और मतगणना 11 दिसंबर को होगी।