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नई दिल्ली: बिहार चुनाव के नतीजों में एनडीए को बहुमत मिल गया है और एक बार फिर से नीतीश कुमार के राजतिलक की तैयारी हो रही है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शराबबंदी पर अपना रुख स्पष्ट कर चुके हैं कि वह शराब पर से बैन नहीं हटाएंगे, मगर बिहार चुनाव में ज्यादा सीटें जीतने वाली पार्टी भाजपा के सांसद ने इसके समीक्षा की वकालत की है। झारखंड से भारतीय जनता पार्टी के सांसद निशिकांत दुबे ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से शराबबंदी में कुछ संशोधन करने की अपील की है। उन्होंने तर्क दिया है कि इससे बिहार सरकार के राजस्व को घाटा पहुंच रहा है। 

झारखंड के गोड्डा से भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने अपने ट्विटर पर लिखा, 'बिहार के मुख्यमंत्री जी से आग्रह है कि शराब बंदी में कुछ संशोधन करें, क्योंकि जिनको पीना या पिलाना है वे नेपाल, बंगाल, झारखंड, उत्तरप्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ का रास्ता अपनाते हैं। इससे राजस्व की हानि होती है और होटल उद्योग प्रभावित होते हैं। इसके साथ ही पुलिस, एक्साइज भ्रष्टाचार को बढ़ावा देते हैं।'

 

भारतीय जनता पार्टी के सांसद निशिकांत दुबे की यह प्रतिक्रिया ऐसे वक्त में आई है, जब बिहार में सरकार बनाने की कवायद चल रही है। एनडीए में इस बार बिहार चुनाव में सबसे अधिक सीटें भारतीय जनता पार्टी ने जीती है और उसने एक तरह से बड़े भाई का दर्जा हासिल कर लिया है। अब तक बिहार एनडीए में नीतीश कुमार की पार्टी जदयू ही बड़े भाई की भूमिका में रहती थी, मगर इस बार जिस तरह से बीजपी को ज्यादा सीटें मिली हैं, उसके बाद से मंत्रिमंडल में भी जदयू से अधिक भाजपा कोटे से मंत्री होने की संभावना जताई जा रही है। भाजपा के भीतर से जिस तरह से शराबबंदी को लेकर अवाज उठी है, उससे ऐसा लगने लगा है कि पार्टी अब बड़े भाई का रुतबा भी दिखा सकती है। 

यहां यह भी जानना जरूरी है कि बिहार चुनाव प्रचार के दौरान शराबबंदी को लेकर नीतीश कुमार विरोधी पार्टियों के निशाने पर रहे हैं। चिराग पासवान ने कहा था कि शराबबंदी की वजह से बिहार के बेरोजगारों को शराब तस्कर बनाया जा रहा है। चिराग ने कहा था कि नीतीश और उनके मंत्री अच्छे से जानते है कि बिहारियों को शराब तस्कर बनाया जा रहा है। 

क्या है बिहार चुनाव 2020 का परिणाम

भाजपा की 74 और जदयू की 43 सीटों के अलावा सत्तारूढ़ गठबंधन साझीदारों में हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा को चार और विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) को चार सीटें मिली हैं। विपक्षी महागठबंधन में राजद को 75, कांग्रेस को 19, भाकपा माले को 12 और भाकपा एवं माकपा को दो-दो सीटों पर जीत मिली। इस चुनाव में एआईएमआईएम ने पांच सीटें और लोजपा एवं बसपा ने एक-एक सीट जीती है। एक सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार जीतने में सफल रहा है।

 

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