दुमका: झारखंड विधानसभा चुनाव के पांचवे चरण के चुनाव प्रचार में पीएम मोदी जुट गए हैं। पांचवें चरण के चुनाव प्रचार के दौरान पीएम मोदी ने दुमका में एक जनसभा को संबोधित किया। पीएम मोदी ने इस दौरान कहा कि मैंने आदिवासियों की लंबे समय तक सेवा की है। विरोधियों पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि जेएमएम और कांग्रेस के पास विकास का रोडमैप तक नहीं है। उन्होंने कहा कि जेएमएम और कांग्रेस के पास झारखंड के विकास का न कोई रोडमैप है, न इरादा है और न भूतकाल में कभी कुछ किया है।
नागरिकता कानून का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि हमारे देश की संसद ने नागरिकता कानून से जुड़ा एक महत्वपूर्ण बदलाव किया है। उन्होंने कानून को लेकर पूर्वोत्तर में जारी विरोध पर कहा कि जो लोग आग लगा रहे हैं वो कौन हैं। इसका पता उनके कपड़ों से ही चल जाता है। रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि ये जनसमर्थन दिखा रहा है कि झारखंड में भाजपा को, कमल के फूल को, आप सभी का विशेषकर मेरे आदिवासी भाई-बहनों का भरपूर समर्थन मिल रहा है।
शहीदों की धरती को, राष्ट्रभक्तों को, वीरों को जन्म देने वाली वीर माताओं की धरती को मैं नमन करता हूं।
प्रधानमंत्री ने कहा, 'हम आपके सेवक बनकर काम करते हैं, मैं आपका सेवक बनकर आपका काम करता हूं, आपके बीच आता हूं और अपने काम का हिसाब भी जनता जनार्दन के चरणों में रखता हूं। एक कार्यकर्ता के रूप में आदिवासियों के बीच रहकर उनकी सेवा करने का मुझे लंबे समय का अनुभव रहा है और मेरा जीवन बनाने में वो अनुभव भी बहुत काम आता है। इसलिए मैं और मेरे साथी आपकी तकलीफों को भली भांति समझते हैं।'
उन्होंने कहा कि आपकी तकलीफों को दूर करने के लिए दिन-रात कोशिश करते हैं। आपकी सेवा के लिए, देश की सेवा के लिए, हमें ये समर्पण ही, हमें बाकी लोगों से बहुत अलग पहचान दिलाता है। झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस के पास झारखंड के विकास का न कोई रोडमैप है, न इरादा है और न भूतकाल में कभी कुछ किया है। अगर वो जानते है तो उनको एक ही बात का पता है, भाजपा का विरोध करो, मोदी को गाली दो। भाजपा का विरोध करते-करते इन लोगों को देश का विरोध करने की आदत हो गई है।
नागरिकता कानून पर प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे देश की संसद ने नागरिकता कानून से जुड़ा एक महत्वपूर्ण बदलाव किया। इस बदलाव के कारण पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से जो वहां कम संख्या में थे, जो अलग धर्म का पालन करते थे, इसलिए वहां उन पर जुल्म हुए। उनके जीवन को सुधारने के लिए, इन गरीबों को सम्मान मिले इसलिए भारत की दोनों सदनों में भारी बहुमत से इन गरीबों के लिए नागरिकता का निर्णय किया है।