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चंदवा (लातेहार): चंदवा थाना क्षेत्र के लुकुइया गांव में शुक्रवार की रात नक्सली हमले में चंदवा थाना में पदस्थापित एसआई सुकरा उरांव समेत चार पुलिसकर्मी शहीद हो गए। शहीद होने वालों में चालक यमुना प्रसाद, शंभू प्रसाद और सिकंदर सिंह भी शामिल हैं। सिकंदर मुठभेड़ के कुछ देर बाद तक लापता रहे। बाद में पुलिस को उनका शव मिला। शंभू प्रसाद मुठभेड़ में घायल हो गए थे, रिम्स ले जाने के दौरान उनकी मौत हो गई।

जानकारी के अनुसार रात्रि गश्ती में निकली पीसीआर वैन को लक्ष्य कर उग्रवादियों ने फायरिंग शुरू कर दी, जब तक पुलिस पार्टी कुछ समझ पाती तब तक दारोगा और एक जवान को गोली लग चुकी थी। शेष जवानों ने मोर्चा संभालते हुए जवाबी फायरिंग की और स्थिति को संभाले रखा। फायरिंग की सूचना मिलने के बाद सीआरपीएफ के सहायक कमांडेंट रविशंकर सिंह और चंदवा थाना प्रभारी मोहन पांडेय जवानों के साथ घटनास्थल पहुंचे और जवाबी फायरिंग की। खबर लिखे जाने तक दोनों ओर से करीब 70 से 80 राउंड फायरिंग हो चुकी है।

बताया जाता है कि हमला करने के बाद नक्सली मारे गए जवानों का हथियार भी अपने साथ ले भागे।थाना से महज दो किमी की दूरी पर हुई फायरिंग से ग्रामीणों में काफी दहशत व्याप्त है। फायरिंग की आवाज सुनकर ग्रामीण अपने घरों में दुबके हुए हैं। फायरिंग के दौरान आवागमन बंद कर दिए गए। खबर लिखे जाने तक जवान मोर्चा संभाले हुए हैं और जवाबी कार्रवाई कर रहे हैं। घटनास्थल पर सभी लोगों के आने-जाने रोक दिया गया है।

रविंद्र गंझू के दस्ते का हाथ होने की आशंका

पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस घटना में भाकपा माओवादी के जोनल कमांडर रविंद्र गंझू के दस्ते का हाथ होने की आशंका जताई जा रही है। रविंद्र गंझू पर सरकार ने 15 लाख रुपये का इनाम भी घोषित कर रखा है। घटना के बाद इलाके में सर्च ऑपरेशन तेज कर दिया गया है।

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