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नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को जलीकट्टू को वैध करार दिए जाने वाले कानून के खिलाफ पेटा की याचिका पर सुनवाई करते हुए तमिलनाडु सरकार को नोटिस जारी किया है। पेटा ने इस कानून को चुनौती देते हुए इसे पशु क्रूरता अधिनियम का उल्लंघन करार दिया है।

सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा की अध्यक्षता वाली पीठ ने 4 हफ्तों के भीतर तमिलनाडु सरकार को अपना जवाब दाखिल करने का आदेश दिया है।

इससे पहले फरवरी में पीपुल्स फॉर एथिकल ट्रीटमेंट ऑफ एनिमल (पेटा) ने सुप्रीम कोर्ट में अपील की थी कि कर्नाटक सरकार प्रिवेंशन ऑफ क्रूएल्टी अगेंस्ट एनिमल में संशोधन नहीं कर सकता जिसके तहत जलीकट्टू जैसे खेलों को आजादी दी गई है।

गौरतलब है कि दोनों असेंबलियों द्वारा पारित कानून में इन खेलों को खेलने के लिए अनुमति दी गई है। हालांकि 31 जनवरी को सुप्रीम कोर्ट ने नए कानून के खिलाफ पशु कल्याण संस्थाओं की कई याचिकाओं पर सुनवाई करने से इनकार कर दिया था।

चेन्नई: पीएम मोदी ने आज (सोमवार) तमिलनाडु में अपने दौरे के दौरान चेन्नई में कहा कि बरसात से प्रभावित तमिलनाडु को केंद्र हरसंभव सहायता देगा।

मोदी ने तमिल दैनिक दिना थांथी के 75 साल पूरे होने पर आयोजित एक समारोह में कहा कि अंग्रेज स्थानीय भाषा में प्रेस से डरते थे। उन्होंने कहा कि संपादकीय जिम्मेदारियों का सूझबूझ से निर्वहन होना चाहिए।

उन्होंने कहा कि मीडिया का कंटेंट संदेह के दायरे से ऊपर होना चाहिए। टेक्नोलॉजी ने मीडिया में बहुत बदलाव किए हैं। लोगों में कंटेंट का कनजंपशन भी बदल गया है। लोग अपने मिलने वाले समाचार को अलग अलग माध्यम से कंफर्म करते हैं। मीडियो को अपने ऊपर विश्वास बनाए रखने के लिए अतिरिक्त प्रयास करना चाहिए।

उन्होंने कहा कि यह खुशी की बात है कि सबसे ज्यादा बिकने वाले अखबार स्थानीय भाषा के हैं। दिना थांथी उनमें से एक है। हर पल कुछ न कुछ हो रहा है। वह संपादक होता है जो यह तय करता है कि क्या जरूरी है और किसे छोड़ दिया जाना चाहिए।

चेन्नई: भारी बारिश से प्रभावित चेन्नई, कांचीपुरम, तिरुवल्लूर और नागपत्तनम जिले के 10 हजार से ज्यादा लोगों ने 100 से ज्यादा राहत शिविरों में शरण ली है। यह जानकारी शनिवार को तमिलनाडु सरकार ने दी।

सरकार की ओर से बताया गया कि राज्य में 27 अक्तूबर से तीन नवंबर के बीच 174 मिलिमीटर वर्षा मापी गई है। बयान में बताया गया कि निचले इलाकों के 10,640 से ज्यादा निवासियों ने चेन्नई, कांचीपुरम, तिरुवल्लूर और नागापत्तनम के 114 राहत केंद्रों में शरण ली है।

लगातार हो रही बारिश ने जनजीवन को पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है। बताया गया कि विशेष बचाव और राहत दलों का गठन किया गया है और बांधों और तालाबों का निरीक्षण किया जा रहा है।

चेन्नई: तमिलनाडु की राजधानी चेन्नै में पिछले कुछ दिनों से हो रही जोरदार बारिश ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है। लगातार हो रही बारिश के कारण पूरी राजधानी तलाब नजर आ रही है। शुक्रवार देर रात तक शहर में भारी बारिश हो रही थी। बारिश से जुड़ी घटनाओं में मरने वालों की संख्या बढ़र 12 हो गई है।

चेन्नै में पूरे सीजन की तीन चौथाई बारिश करीब 8 दिनों में हो चुकी है। हालात को देखते हुए चेन्नई समेत तमिलनाडु के छह जिलों में स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए हैं। पांच घंटे की लगातार बारिश ने वो हाल कर दिया है कि देखने वालों की सांसे अटक गई हैं।

सरकार की ओर से जारी एक विज्ञप्ति में बताया गया है कि चेन्नई में 105 राहत शिविर लगाये गये हैं। तमिलनाडु में बारिश की स्थिति से ठीक से न निपट पाने के लिये आलोचना झेल रहे मुख्यमंत्री के पलानीसामी ने उप मुख्यमंत्री ओ पनीरसेल्वम और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ कुछ इलाकों का दौरा किया।

उन्होंने बाढ़ राहत शिविरों में मौजूद व्यक्तियों को खाने के पैकेट, धोती और साड़ी, चटाई और चादर बांटे।

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