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चेन्नई: तमिलनाडु सरकार ने आज एक सरकारी आदेश जारी किया और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को निर्देश दिया कि वह वेदांता समूह के स्टरलाइट तांबा संयंत्र को सील करे और इसे ‘‘स्थाई रूप से’’ बंद कर दे। राज्य सरकार का यह फैसला पिछले सप्ताह हुए हिंसक प्रदर्शन के बाद आया है जिसमें पुलिस की गोलीबारी में 13 लोग मारे गए थे। सरकारी आदेश में कहा गया है कि यह संयंत्र को बंद करने के तमिलनाडु प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के हालिया निर्देश का समर्थन करता है। इसमें राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से कहा गया कि वह ‘‘इकाई को सील तथा संयंत्र को स्थाई रूप से बंद कर दे।’’

दस्तावेज में ‘‘व्यापक जनहित में’’ तांबा कारखाने को स्थाई रूप से बंद करने का आदेश देने के लिए राज्य के नीति निर्देशक सिद्धांतों-पर्यावरण संरक्षण से संबंधित अनुच्छेद 48 ए और जल कानून 1974 के प्रावधानों का उल्लेख किया गया। इसमें प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के नौ अप्रैल के आदेश का उल्लेख किया गया जिसमें तूतीकोरिन में वेदांता के तांबा पिघलाने वाले संयंत्र के लिए संचालन अनुमति का नवीनीकरण करने से इनकार कर दिया गया था। आदेश में जिक्र किया गया कि तमिलनाडु प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने 23 मई को इकाई को बंद करने और इसकी बिजली काटने के दिशानिर्देश जारी किए थे। इसके एक दिन बाद इसकी बिजली काट दी गई थी।

चेन्नई: तमिलनाडु की दिवंगत मुख्यमंत्री जयललिता की मृत्यु की जांच कर रहे आयोग ने उनकी आवाज की एक रिकार्डिंग मीडिया को उपलब्ध कराई है। इसमें उन्हें एक चिकित्सक से यह कहते सुना जा सकता है कि उनका रक्तचाप (ब्लड प्रेशर) 140/80 उनके लिए सामान्य है।

8 जनवरी 2018 को डॉ शिवकुमार ने आयोग को बताया था कि उन्होंने 27 सितंबर 2016 की रात अपोलो अस्पताल में जयललिता की आवाज रिकॉर्ड की थी ड्यूटी पर मौजूद एक डॉक्टर ने जब जयललिता से कहा कि उनका रक्तचाप अधिक है और यह 140 दिख रहा है तब उन्होंने पूछा कि 140 बाय कितना है? इस पर डॉक्टर ने जवाब दिया, 140/80। तब जयललिता ने कहा, यह मेरे लिए ठीक है, सामान्य है। उनकी आवाज की ये रिकार्डिंग न्यायमूर्ति ए अरूमुगस्वामी जांच आयोग को शनिवार को उपलब्ध कराई गई।

चेन्नई: तमिलनाडु के तूतीकोरिन में पुलिस की गोली से 13 लोगों की मौत और शहर में इंटरनेट बंद करने के सरकार के फैसले पर मद्रास हाईकोर्ट ने तमिलनाडु सरकार से जवाब मांगा है। शुक्रवार को जब कोर्ट में सरकार की तरफ से कहा गया कि तूतीकोरिन में स्थिति सामान्य हो गई है, तो कोर्ट ने सरकार के वकील से सवाल पूछे और कहा कि यदि सब सामान्य है तो शहर में इंटरनेट बंद क्यों है।

बता दें कि एक दिन पहले ही तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ई पलानीस्वामी ने पुलिस की कार्रवाई का बचाव करते हुए कहा था कि प्रदर्शनकारी पुलिस पर पत्थर फेंक रहे थे इसलिए उन्हें अपने बचाव में गोली चलानी पड़ी। मुख्यमंत्री ने ट्वीट किया था कि यदि कोई आपको मारेगा तो आप अपना बचाव करेंगे।

तूतीकोरिन के स्थानीय लोगों ने मंगलवार को प्रदूषण संबंधी चिंता के कारण वेदांत समूह के तांबे के कारखाने को बंद किए जाने की मांग करते हुए सड़कों पर बड़े पैमाने पर प्रदर्शन किया था, जिसके बाद हिंसक प्रदर्शन शुरू हो गए थे।

चैन्नई: तूतीकोरिन में वेदांता ग्रुप की यूनिट स्टरलाइट इंडस्ट्रीज के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन में 13 लोगों की मौत को लेकर आज अलग-अलग राजनीतिक दलों ने तमिलनाडु बंद बुलाया था। बंद के दौरान विरोध प्रदर्शन कर रही विपक्षी पार्टी डीएमके की नेता कनिमोझी और वीसीके पार्टी के नेता थीरूमभालभन को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है।

वहीं दूसरी तरफ तूतीकोरिन हिंसा को लेकर सुप्रीम कोर्ट में भी याचिका दाखिल की गई है जिस पर सोमवार को सुनवाई होगी। याचिका में प्रदर्शन के दौरान पुलिस के फायरिंग की सीबीआई जांच की मांग की गई है।

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