चेन्नई: कोरोना के खिलाफ जंग में लगे डॉक्टर्स के खिलाफ अशोभनीय व्यवहार थमने का नाम नहीं ले रहा है। हिमाचल के बाद अब तमिलनाडु में कोरोना मरीजों का इलाज कर रहे डॉक्टर के साथ दुर्व्यवहार किया गया है। तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली के एक स्थानीय सरकारी अस्पताल के कोरोना वॉर्ड में भर्ती एक कोविड-19 के मरीज ने रविवार को डॉक्टर पर थूक दिया। जिसके बाद उस शख्स के खिलाफ हत्या की कोशिश का केस दर्ज किया गया है।
इससे पहले, हिमाचाल प्रदेश से भी ऐसी ही घटना सामने आई थी जब एक कोरोना संक्रमित शख्स ने दूसरे व्यक्ति पर थूक दिया था। इसके बाद हिमाचल प्रदेश पुलिस ने चेतावनी दी थी कि कोरोना वायरस संक्रमित व्यक्ति अगर किसी दूसरे शख्स पर थूकेगा तो उस पर हत्या के प्रयास का मामला चलेगा। राज्य के पुलिस महानिदेशक सीता राम मरदी ने एक सख्त चेतावनी में कहा कि इस कृत्य से अगर व्यक्ति को कोरोना वायरस होता है और बाद में उसकी मृत्यु हो जाती है तो दोषी पर हत्या का मामला चलेगा।
उन्होंने एक वीडियो संदेश में कहा था, “कोई कोरोना संक्रमित व्यक्ति अगर किसी दूसरे व्यक्ति पर थूकता है तो उस पर आईपीसी की धारा 307 के तहत हत्या के प्रयास का मामला दर्ज होगा।” हिमाचल डीजीपी ने कहा था कि अगर इससे किसी की मौत होती है तो उसपर हत्या का मामला चलाया जाएगा।
गाजियबाद में जमातियों ने थूका था
गाजियाबाद में चिकित्साकर्मियों ने आरोप लगाया था कि क्वारंटाइन में रखे गए तबलीगी जमात के कुछ सदस्यों ने उन पर थूका और उनके साथ बदसलूकी की। इसके बाद उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने कड़ी कार्रवाई करने को कहा था। इससे पहले, दक्षिण-पूर्वी दिल्ली में रेलवे के क्वारंटाइन सेंटर में रखे गए, तबलीगी जमात के कार्यक्रम से जुड़े करीब 160 लोगों ने उनकी जांच कर रहे डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों के साथ दुर्व्यवहार किया और यहां तक कि उनपर थूका भी।
निजामुद्दीन मरकज में तबलीगी जमात के कार्यक्रम में शामिल हुए लोगों में से 167 को मंगलवार की शाम तुगलकाबाद में रेलवे के पृथक केंद्रों में लाया गया था। ब्रिटेन जैसे देशों में ऐसे मामले सामने आये हैं जहां संक्रमित व्यक्ति ने जानबूझ कर किसी दूसरे पर थूक दिया हो या ऐसा करने की धमकी दी हो जिससे सामने वाला भी इस जानलेवा बीमारी से संक्रमित हो जाए।