चेन्नई: लॉकडाउन के 21 दिन शराब की लत पाले लोगों के लिए बेहद मुश्किल हो गए हैं। तमिलनाडु में शराब के लिए बेचैन ऐसे ही तीन लोगों की जान चली गई है। शराब नहीं मिली तो तीनों ने वार्निश मिला हुआ पेंट पी लिया था। घटना तमिलनाडु के छेनगालपट्टू की है। रविवार को शिवशंकर, प्रदीप और शिवारमण को सरकारी अस्पताल में लाया गया। तीनों उल्टी कर रहे थे और उनकी स्थिति काफी गंभीर हो चुकी थी। डॉक्टरों ने उनका इलाज शुरू किया, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका। एक के बाद एक तीनों ने ही दम तोड़ दिया।
पुलिस को शुरुआती जांच में पता चला कि इन्हें शराब की लत थी। लॉकडाउन की वजह से वे कई दिनों से शराब नहीं पी सके थे और इसकी तलाश में थे। बेचैनी में उन्होंने वार्निश के साथ मिलाकर पेंट ही पी लिया। कोरोना वायरस संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए देश में 25 मार्च से 21 दिनों का लॉकडाउन है। जरूरी सेवाओं को छोड़कर अन्य सभी पर रोक है। तमिलनाडु सरकार ने पिछले सप्ताह 14 अप्रैल तक शराब की दुकानों को भी बंद रखने का फैसला किया।
महाराष्ट्र में भी आत्महत्या
इससे पहले महाराष्ट्र में ऐसी ही दुखद घटना सामने आई थी। नागपुर में एक रिक्शा चालक ने कई दिनों तक शराब नहीं मिलने पर खुद को आग के हवाले कर दिया। इससे उसकी जान चली गई।
केरल में शराब की होम डिलीवरी
केरल में शराब की बिक्री बंद होने से राज्य के विभिन्न हिस्सों से आत्महत्या के मामले आने के बाद यहां शर्तों के साथ होम डिलीवरी शुरू की गई। मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने आबकारी विभाग को डॉक्टरों की पर्ची के बाद लोगों को शराब देने का निर्देश दिया है। आपको बता दें केरल में शराब नहीं मिलने से परेशान होकर दो लोगों की आत्महत्या का मामला सामने आया था। केरल सरकार ने आबकारी विभाग को ऐसे लोगों को नशामुक्ति केंद्रों में नि:शुल्क उपचार देने के लिए कहा। मुख्यमंत्री ने कहा कि अचानक शराब न मिलने से सामाजिक समस्याएं पैदा हो सकती हैं।