नई दिल्ली: संशोधित नागरिकता कानून को लेकर पूर्वोत्तर, दिल्ली, उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में विरोध प्रदर्शन हो रहा है। अब प्रदर्शन की आंच दक्षिण भारत तक पहुंच गई है। मद्रास यूनिवर्सिटी में मंगलवार शाम छात्रों ने नागरिकता कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। इसके अलावा दिल्ली के गुरु गोबिंद सिंह यूनिवर्सिटी में भी छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया। नागरिकता कानून को लेकर देशभर की कई यूनिवर्सिटीज में विरोध प्रदर्शन हो चुके हैं। दिल्ली स्थित जामिया मिल्लिया इस्लामिया, दिल्ली विश्वविद्यालय, लखनऊ के नदवा कॉलेज, अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी समेत कई यूनिवर्सिटीज में प्रदर्शन हो रहे हैं।
मंगलवार को पूर्वी दिल्ली के सीलमपुर और जाफराबाद इलाके में कानून के खिलाफ प्रदर्शन हुए। इस प्रदर्शन को लेकर दिल्ली पुलिस ने एफआईआर भी दर्ज कराई है। वहीं, मंगलवार को जामिया मिल्लिया इस्लामिया और अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों के साथ एकजुटता प्रदर्शित करते हुए मौलाना आजाद नेशनल उर्दू विश्वविद्यालय शिक्षक संघ (एमएएनयूयूटीए) ने विश्वविद्यालय परिसर में शांतिपूर्ण मार्च निकाला।
एमएएनयूयूटीए ने जामिया मिल्लिया इस्लामिया, अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय और अन्य परिसरों में संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ लोकतांत्रिक प्रदर्शनों पर पुलिस कार्रवाई की निंदा की। शिक्षक संघ के मार्च में शिक्षकेतर कर्मचारियों और अन्य अधिकारियों ने भी हिस्सा लिया।
जामिया मामले को लेकर राष्ट्रपति से मिला विपक्ष
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के नेतृत्व में कई विपक्षी दलों के नेताओं ने नागरिकता कानून के बाद जामिया मिल्लिया इस्लामिया में पुलिस कार्रवाई समेत देशभर के कई शहरों में मचे बवाल को लेकर मंगलवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात की। विपक्ष ने जामिया के छात्रों पर रविवार को हुई पुलिसिया कार्रवाई के मामले में न्यायिक जांच की मांग की है।