हैदराबाद: ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम का चुनाव राष्ट्रीय राजनीति का केंद्र बन चुका है। भाजपा यहां चुनाव जीतकर सियासी बढ़त हासिल करना चाहती है। इसके लिए भाजपा ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। इसी कड़ी में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह हैदराबाद पहुंचे। उन्होंने यहां रविवार को रोड शो करके भाजपा के पक्ष में माहौल बनाने की कोशिश की। रोड शो से पहले शाह ने चारमीनार के ठीक पास भाग्यलक्ष्मी मंदिर में पूजा-अर्चना की। इसके बाद भाजपा कार्यालय में उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इसमें उन्होंने केसीआर और ओवैसी पर निशाना साधा। उन्होंने दावा किया कि इस बार हैदराबाद का मेयर भाजपा का ही होगा और पार्टी बहुमत हासिल करेगी।
अमित शाह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, आज यहां कोई भी गरीब बीमार होता है तो उसे मुफ्त इलाज का लाभ नहीं मिलता, क्या बिगाड़ा है यहां के गरीबों ने? नरेंद्र मोदी जी हैदराबाद के लोगों ने लिए आयुष्मान भारत योजना लाए ताकि गरीबों को साल में 5 लाख रुपये तक के मुफ्त इलाज का लाभ मिल सके। आपने राजनीतिक कारणों से ये योजना हैदराबाद में लागू नहीं होने दी।
उन्होंने कहा, हम देश के राजनीतिक विमर्श को वंशवाद से लोकतांत्रिक की ओर ले जाना चाहते हैं। हम राज्य को भ्रष्टाचार से पारदर्शिता की ओर ले जाना चाहते हैं।
अमित शाह ने कहा, हम हैदराबाद को नवाब, निजाम संस्कृति से मुक्त करने और यहां एक नया मिनी-इंडिया बनाने जा रहे हैं। हम हैदराबाद को एक आधुनिक शहर बनाना चाहते हैं, जो निजाम की संस्कृति से मुक्त हो।
उन्होंने कहा, केसीआर और मजलिस ने 100 दिन की योजना का वादा किया था, इसका हिसाब हैदराबाद की जनता मांगती है। 5 साल में कुछ भी किया हो तो यहां की जनता के सामने रखिए। सिटिजन चार्टर का वादा किया था, उसका क्या हुआ? उन्होंने कहा, पीएम मोदी ने 'कहीं से भी काम करें' का रास्ता खोल दिया है। हैदराबाद में काम करने वाले आईटी पेशेवरों को इस कदम से सबसे अधिक फायदा होने वाला है।
मैं हैदराबाद की जनता को विश्वास दिलाता हूं कि एक बार भाजपा को मौका दीजिए, हम सारे अवैध निर्माण का हटाकर पानी की निकासी सुचारू करेंगे। जब पानी भरा तो केसीआर कहां थे? न कोई दौरा किया, न कॉरपोरेशन की बैठक की।
शाह ने कहा,आईटी सेक्टर में निवेश से हैदराबाद को बहुत फायदा हो रहा है। पीएम मोदी ने युवाओं के लिए बहुत सारे अवसर पैदा किए हैं और यह विदेशी निवेशकों द्वारा भारत में दिखाए गए विश्वास को दर्शाता है।
उन्होंने कहा, हैदराबाद में जिस प्रकार का कॉरपोरेशन टीआरस और मजलिस के नेतृत्व में चला है, वो हैदराबाद को विश्व का आईटी हब बनाने में सबसे बड़ा रोड़ा है। बारिश में शहर में पानी भरने से करीब 60 लाख लोग परेशान हुए। मजलिस के इशारों पर अवैध निर्माण होता है, इससे पानी की निकासी रुकती है।
उन्होंने कहा, मैं भाजपा के प्रति अपार समर्थन दिखाने के लिए हैदराबाद के लोगों को धन्यवाद देना चाहता हूं। मैं रोड शो के बाद आश्वस्त हूं कि इस बार भाजपा अपनी सीटें बढ़ाने या अपनी उपस्थिति को मजबूत करने के लिए नहीं लड़ रही है, बल्कि इस बार हैदराबाद के मेयर हमारी पार्टी से होंगे।
विधानसभा चुनाव से पहले का टेस्ट है निकाय चुनाव
ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम चुनाव 2020 को वर्ष 2023 के तेलंगाना विधानसभा चुनाव से पहले का टेस्ट माना जा रहा है। यही वजह है कि भाजपा ने राज्य के मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव की टीआरएस और असदुद्दीन ओवैसी की एआईएमआईएम के खिलाफ अपने दिग्गज नेताओं की फौज को उतार दिया है। बता दें कि राज्य में राव की पार्टी तेलंगाना राष्ट्र समिति की सरकार और उसके ओवैसी की एआईएमआईएम के साथ दोस्ताना रिश्ते हैं।
चार जिले, 24 विस सीटें व पांच लोस सीटें
ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम देश के बड़े नगर निगमों में से एक है। इस नगर निगम का कार्यक्षेत्र चार जिलों में फैला है। इसमें हैदराबाद, रंगारेड्डी, मेडचल-मलकजगिरी और संगारेड्डी आते हैं। इस इलाके में 24 विधानसभा क्षेत्र और तेलंगाना की पांच लोकसभा सीटें आती हैं। नगर निगम के 150 पार्षद के चुनाव हो रहे हैं। ओवैसी की पार्टी ने मात्र 51 सीटों पर प्रत्याशी मैदान में उतारे हैं, जबकि भाजपा, कांग्रेस व टीआरएस ने सभी सीटों पर।
एक दिसंबर को मतदान, 4 को गणना
यही कारण है कि नगर निगम चुनाव में केसीआर से लेकर भाजपा, कांगेस से लेकर ओवैसी ने अपनी ताकत झोंक दी है। यहां एक दिसंबर को वोट डाले जाएंगे और चार दिसंबर को मतगणना होगी।