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पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जनता दल यूनाइटेड (जद-यू) छोड़ने और एक नयी पार्टी राष्ट्रीय लोक जनता दल (आरएलजेडी) बनाने के एक सप्ताह से भी कम समय बाद उपेंद्र कुशवाहा ने शनिवार को बिहार विधान परिषद् की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। कुशवाहा ने बिहार विधानमंडल का पांच सप्ताह चलने वाला बजट सत्र शुरू होने से कुछ दिन पहले विधान परिषद् के सभापति देवेश चंद्र ठाकुर को अपना इस्तीफा सौंप दिया।

इस्तीफा देने के बाद कुशवाहा ने मुख्यमंत्री पर कटाक्ष किया. कुशवाहा ने ट्वीट किया, ‘‘मुख्यमंत्री जी, 'त्वदीयं वस्तु तुभ्यमेव समर्पये (इसका अर्थ है तुम्हारी दी गई चीज तुम्हें ही समर्पित कर रहा हूं।" उन्होंने लिखा है, ‘‘आज मैंने विधान परिषद् की सदस्यता से इस्तीफा सौंप दिया। मन अब हल्का है. चक्रव्यूह से बाहर आ जाने की सुखद अनुभूति हो रही है। याचना का परित्याग कर रण के रास्ते पर निकल पड़ा हूं।''

कुशवाहा के जद(यू) छोड़ने के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने उनके ‘‘साहस'' के लिए उनकी प्रशंसा की है।

पटना: तृणमूल कांग्रेस पार्टी (टीएमसी) के सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने गुरुवार को कहा कि कोई भी 2024 के चुनाव में कांग्रेस नेता राहुल गांधी को बतौर पीएम के रूप में नजरअंदाज नहीं कर सकता है। साथ ही अभिनेता ने कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा को क्रांतिकारी बताया। मीडिया से बात करते हुए, सिन्हा ने कहा, "आप 2024 में राहुल गांधी को पीएम के रूप में अनदेखा नहीं कर सकते हैं। 'भारत जोड़ो यात्रा' क्रांतिकारी थी। ममता बनर्जी 2024 में एक गेम-चेंजर होंगी।"

बिहार के उप मुख्यमंत्री की प्रशंसा करते हुए, उन्होंने कहा, "तेजस्वी यादव अच्छा कर रहे हैं, उन्हें बहुत अनुभव प्राप्त हुआ है। उन्हें बिहार के भविष्य के रूप में देखा जाता है। मुख्यमंत्री या प्रधानमंत्री बनने के लिए, योग्यता की आवश्यकता नहीं है, केवल एक को समर्थन की आवश्यकता है। मुझे विश्वास नहीं है कि पीएम ने चाय बेची थी, यह केवल प्रचार था।" अनुभवी अभिनेता ने कहा, "नीतीश बिहार के एक सफल नेता और सीएम हैं। वह विरोधियों को एक साथ लाने के लिए उत्कृष्ट काम कर रहे हैं।"

पटना: बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने बुधवार को जोर देकर कहा कि उन्हें नीतीश कुमार के स्थान पर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनने की कोई जल्दबाजी नहीं है। इसके साथ ही तेजस्वी ने उन अटकलों को खारिज कर दिया कि उनकी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नीतीश कुमार को पद से हटाना चाहती है।

तेजस्वी ने पत्रकारों के उन सवालों को खारिज कर दिया जिसमें उनसे पूछा गया था कि क्या वह जद (यू) के कुछ शीर्ष नेताओं के उन दावों से ‘‘छला हुआ'' महसूस करते हैं कि नीतीश कुमार 2025 में अपना कार्यकाल पूरा करेंगे और 2030 तक महागठबंधन का नेतृत्व करने में ‘‘सक्षम'' हैं।

राजद नेता ने कहा, ‘‘उन्होंने क्या गलत कहा है। वास्तविकता यह है कि वह (नीतीश) बेहद सक्षम हैं। जितना अधिक समय तक वह रहेंगे, उनका अनुभव उतना ही समृद्ध होगा। मुझे कोई जल्दबाजी नहीं है।''

राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के छोटे बेटे तेजस्वी का यह बयान जद (यू) के लिये राहत प्रदान करने वाला है। हाल ही में उपेंद्र कुशवाहा ने यह आरोप लगाते हुये पार्टी छोड़ दी थी कि सहयोगी दल के साथ ‘‘सौदा'' किया गया है।

पटना: बिहार सरकार के "चौथे कृषि रोडमैप" के उद्घाटन के अवसर पर आयोजित समारोह में बिहार के एक तेजी से तरक्की करते किसान और कृषि उद्यमी मंगलवार को अपनी रोमांचक जीवन यात्रा के बारे में बता रहे थे। इसी बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भाषण में बहुत अधिक "अंग्रेजी शब्दों" का उपयोग करने के लिए उन्हें फटकार लगा दी। बापू सभागार में किसान ने खुद का परिचय लखीसराय के अमित कुमार के रूप दिया था।

अमित कुमार ने अपने वक्तव्य की शुरुआत मुख्यमंत्री की प्रशंसा करते हुए की। अमित कुमार ने कहा कि प्रबंधन की पढ़ाई करने के बाद वह पुणे में नौकरी कर रहे थे, लेकिन सब कुछ छोड़कर उन्होंने अपने पैतृक जिले में मशरूम की खेती करने का साहस जुटाया। कुछ ही मिनट के भाषण के बाद मुख्यमंत्री ने कृषि उद्यमी को टोक दिया। उन्होंने कहा, ‘‘मैं कहना चाहता हूं कि इतने सारे अंग्रेजी शब्दों का इस्तेमाल करने का क्या मतलब है। क्या यह इंग्लैंड है? आप बिहार में काम कर रहे हैं। खेती आम आदमी करता है। आपको यहां सुझाव देने के लिए बुलाया गया है और आप अंग्रेजी बोल रहे हैं। ये भारत है और ये बिहार है।

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