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नई दिल्ली: राष्ट्रीय जनता दल सुप्रीमो लालू यादव और उनके परिवार को लेकर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शनिवार को एक बयान जारी किया। इस बयान के साथ ईडी ने लालू परिवार की संपत्ति को लेकर एक लिस्ट भी जारी की। इस लिस्ट में लालू यादव और उनके परिवार के पास मौजूदा संपत्ति को लेकर जानकारी दी गई। ईडी द्वारा जारी की गई इस लिस्ट को लेकर अब बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने पलटवार किया है। उन्होंने शनिवार को सोशल मीडिया पर इस लिस्ट को लेकर एक पोस्ट भी साझा किया।

फेसबुक पर लिखे अपने पोस्ट में तेजस्वी यादव ने कहा कि याद करिए- 2017 में भी भाजपाई सूत्रों के हवालों से जारी की जाने वाली गोदी मीडिया की हेडलाइन्स में कथित 8000 करोड़ का लेन-देन, हजारों करोड़ का मॉल, सैंकड़ों संपत्तियां, अभी चंद महीनों पहले गुरुग्राम में अरबों का वाइट लेंड कंपनी का अर्बन क्यूब मॉल भी मिला था। भाजपाई अब कथित 600 करोड़ का नया हिसाब लाने से पहले अपने सूत्रों को पुराने का तो हिसाब दे देते…।

पटना: सीबीआई ने जमीन के बदले नौकरी घोटाला मामले में बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को आज अपने दिल्ली दफ्तर में तलब किया है। पूरा लालू परिवार इस मामले में सीबीआई की जांच के घेरे में है। सीबीआई और ईडी की कार्रवाई पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने बीजेपी और केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, 'चूंकि हम एक साथ आए हैं। इसीलिए पांच साल बाद कार्रवाई फिर से शुरू की गई है।'

नीतीश कुमार ने कहा कि 2017 में हम आरजेडी के साथ थे, तब ये कार्रवाई शुरू हुई थी। आरजेडी और जेडीयू के अलग होने के बाद इतने सालों तक ये कार्रवाई रुक गई थी। फिर हम जैसे ही साथ आए, एक बार फिर से छापेमारी शुरू कर दी गई, तो इस पर अब क्या कहा जा सकता है। उन्होंने कहा कि तब ये शुरू हुआ था और मैंने एक्सप्लेन करने के लिए कहा था। फिर उन लोगों की बात मानकर हम साथ चले गए थे। अब जो भी मामला है, उसका जवाब तो दिया ही जा रहा है।

सीबीआई के समन पर तेजस्वी ने पत्र लिखकर पत्नी की तबीयत का हवाला देते हुए समन टालने की मांग की है।

पटना: जमीन के बदले नौकरी घोटाला में तेजस्वी यादव को आज यानी शनिवार को सीबीआई ने अपने दिल्ली दफ्तर में तलब किया है। इस मामले में लालू यादव और उनका पूरा परिवार सीबीआई की जांच की जद में है। इससे पहले 4 फरवरी को भी तेजस्वी यादव को सीबीआई ने जांच के लिए बुलाया था, लेकिन वह विधानसभा सत्र चलने का हवाला देकर दिल्ली नहीं पहुंचे थे। इस बार तेजस्वी यादव ने सीबीआई को पत्र लिखकर पत्नी की तबीयत का हवाला देते हुए समन टालने की मांग की है।

गौरतलब है कि 2006-07 में एक कंपनी एके इंफोसिस्टम ने 6-7 जमीनें रजिस्ट्री कराईं थीं। उस समय रजिस्ट्री में लगभग 2 करोड़ की कीमत जमीनों की दिखाई गई थी, जबकि मार्केट वैल्यू लगभग 10 करोड़ थी। बाद में इस कंपनी में राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव ने इंट्री कर ली थी। वर्तमान में इस कंपनी के आधे शेयर राबड़ी देवी के हैं और आधे तेजस्वी यादव के हैं। अब तक 10 लोग ऐसे चिन्हित हो चुके हैं, जिन्हें रेलवे के ग्रुप डी की उस समय नौकरी मिली और इसके बदले उन्होंने जमीन की रजिस्ट्री की थी।

पटना: लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार की मुश्किलें कम होने का नाम ही नहीं ले रही हैं। 'लैंड फॉर जॉब' स्कैम से जुड़े मनी लांड्रिंग के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की 15 जगहों पर छापेमारी चल रही है। आरजेडी नेता अबू दोजाना के यहां फुलवारी शरीफ में भी छापेमारी हो रही है। दिल्‍ली में बिहार के उपमुख्‍यमंत्री तेजस्‍वी यादव के घर पर भी ईडी की छापेमारी चल रही है। ये घर दिल्‍ली के फ्रेंड्स कॉलोनी में स्थित है। इस मामले में लालू यादव और उनका परिवार भी आरोपी है। लालू यादव और राबड़ी देवी से पिछले दिनों सीबीआई की टीम ने पूछताछ भी की है।

बिहार के पूर्व मुख्‍यमंत्री लालू प्रसाद यादव और उनका परिवार कथित 'जमीन के बदले नौकरी' घोटाले की जांच के घेरे में है। सीबीआई की टीम ने लालू और राबड़ी देवी से इस केस के सिलसिले में हाल ही में पूछताछ की है। बता दें कि जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन उर्फ़ ललन सिंह की शिकायत पर ये केस शुरू हुआ था।

लालू प्रसाद के परिवार का कहना है कि राजनीतिक साजिश के तहत 'जमीन के बदले नौकरी' मामले को एक बार फिर से उठाया गया है।

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