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'हाईकोर्ट के आदेश तक ट्रायल कोर्ट कोई कार्रवाई न करे': सुप्रीम कोर्ट

नई दिल्ली: उच्चतम न्यायालय ने मुजफ्फपुर आश्रय गृह यौन शोषण कांड से संबंधित मामले की सुनवाई के दौरान गुरुवार को बिहार पुलिस से कहा कि भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री बरामद होने के मामले में पूर्व मंत्री मंजू वर्मा और उनके पति चंद्रशेखर वर्मा से पूछताछ की जाये। मुजफ्फरपुर आश्रय गृह यौन शोषण मामले के बीच, वर्मा को बिहार सरकार के सामाजिक कल्याण मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था। इस आश्रय गृह में कई महिलाओं से बलात्कार हुआ था। इस मामले की जांच की प्रगति के बारे में सीबीआई की रिपोर्ट पढने के बाद शीर्ष अदालत ने यह आदेश दिया।

इस रिपोर्ट में कहा गया कि चंद्रशेखर वर्मा और उनकी पत्नी के कब्जे में बड़ी मात्रा में गैरकानूनी हथियार थे। न्यायमूर्ति मदन बी लोकूर और न्यायमूर्ति दीपक गुप्ता की पीठ ने कहा, ''हम स्थानीय पुलिस से इस मामले पर गौर करने की उम्मीद करते हैं। पीठ ने कहा कि ऐसा प्रतीत हो रहा है कि जांच सही दिशा में चल रही है। पीठ ने आयकर विभाग से उस गैर सरकारी संगठन तथा इसके मालिक ब्रजेश ठाकुर की संपत्तियों पर गौर करने को भी कहा जो आश्रय गृह संचालित करता है।

नई दिल्ली: उच्चतम न्यायालय ने मुजफ्फरपुर आश्रय गृह यौन शोषण कांड में मीडिया रिपोर्टिंग पर लगाई गई रोक हटाते हुये गुरुवार को कहा कि मीडिया रिपोर्टिं पर पूरी तरह प्रतिबंध नहीं लगाया जा सकता। इस कांड में आश्रय गृह की अनेक लड़कियों का कथित रूप से बलात्कार और यौन शोषण हुआ था। न्यायमूर्ति मदन बी लोकूर और न्यायमूर्ति दीपक गुप्ता की पीठ ने इस कांड की जांच की मीडिया रिपोर्टिंग पर रोक लगाने के पटना उच्च न्यायालय के 23 अगस्त के आदेश को चुनौती देने वाली याचिका पर इस संबंध में आदेश दिया। हालांकि, शीर्ष अदालत ने प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया से कहा कि वे यौन शोषण और यौन हिंसा की घटनाओं को सनसनीखेज नहीं बनायें।

शीर्ष अदालत ने 18 सितंबर को इस मामले की सुनवाई के दौरान हरियाणा के रेवाड़ी में हुये सामूहिक बलात्कार की घटना का जिक्र किया था और सवाल किया था कि 19 वर्षीय पीड़ित के बारे में सभी कुछ बयां करने वाले मीडिया घरानों के खिलाफ कानून का उल्लंघन करने के लिये कोई कार्रवाई क्यों नहीं की गयी।

पटना: दारोगा बनने की चाह में शातिर किसी हद तक जाने से नहीं चूक रहे। मंगलवार को शुरू हुई शारीरिक परीक्षा में भी यह देखने को मिला। पहले ही दिन फर्जीवाड़े के आरोप में 23 अभ्यर्थी पकड़े गए। वहीं एक शख्स भीड़ का फायदा उठाकर भागने में सफल रहा। बिहार पुलिस अवर सेवा आयोग के मुताबिक जो पकड़े गए हैं उन्होंने या तो स्कॉलर की मदद से लिखित परीक्षा पास की या फिर दूसरे के स्थान पर दौड़ने पहुंचे थे, लेकिन आयोग की स्क्रीनिंग की व्यवस्था को चकमा देने में नाकामयाब रहे। आयोग ने इन सभी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के लिए गर्दनीबाग पुलिस को सूचित कर दिया है। बुधवार को कागजी कार्रवाई पूरी करते हुए इन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेजा जाएगा।

रनर के रूप में आया एक शख्स भागा 

आयोग के मुताबिक बहाली प्रक्रिया के दौरान जब छानबीन चल रही थी तभी एक शख्स भीड़भाड़ का फायदा उठाकर भाग गया। हालांकि उसकी तमाम जानकारी हासिल कर ली गई है। वह लिखित परीक्षा पास करनेवाले एक शख्स की जगह रनर के तौर पर दौड़ने आया था।

नई दिल्ली: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को एम्स में अपना स्वास्थ्य जांच कराया। जांच के लिए नीतीश कुमार मंगलवार की सुबह एम्स पहुंचे। अस्पताल सूत्रों के अनुसार वे निजी वार्ड में भर्ती हुए। जदयू के राष्ट्रीय महासचिव अफाक खान ने बताया कि शाम 6.30 बजे नीतीश कुमार अपने 6, कामराज रोड स्थित नये आवास पर लौट गए।

नीतीश कुमार की स्वास्थ्य जांच के संबंध मंगलवार को जदयू के राष्ट्रीय महासचिव आरसीपी सिंह ने पटना में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि मुख्यमंत्री को पिछले दिनों वायरल बुखार हो गया था। इसको लेकर वे एम्स में रूटीन चेकअप कराने दिल्ली गये हैं। इसके अलावा और कोई खास बात नहीं है। वहीं देर शाम पत्रकारों से बातचीत में दिल्ली से अफाक खान ने कहा कि सभी जांच हो गये और सबकुछ सामान्य है। कोई दिक्कत नहीं है।

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