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'हाईकोर्ट के आदेश तक ट्रायल कोर्ट कोई कार्रवाई न करे': सुप्रीम कोर्ट

पटना: लोकसभा चुनाव 2019 का समय जैसे-जैसे करीब आ रहा है पार्टियां अपना आधार और संगठन मजबूत करने में लग गई हैं। इसी के मद्देनजर जनता दल यूनाइटेड ने एक बड़ा फैसला लिया है। देश के प्रमुख सियासी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (पीके) को पार्टी का उपाध्यक्ष बना दिया है। पार्टी प्रवक्ता केसी त्यागी ने आज (मंगलवार) इस बात की घोषणा की है। प्रशांत ने कुछ समय पहले ही जदयू राज्य कार्यकारणी की बैठक में नीतीश कुमार के समक्ष जेडीयू की सदस्यता ली थी। प्रशांत किशोर ने इस दौरान कहा था कि बिहार से अपनी नई पारी शुरू करते हुए बहुत उत्साहित हैं। उस दौरान नीतीश कुमार ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा था, 'मैं आपको बता रहा हूं, प्रशांत किशोर भविष्य हैं।'

बता दें कि साल 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान प्रशांत किशोर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रणनीतिक सलाहकार थे। वहीं साल 2015 में में बिहार विधानसभा के समय उन्होंने जदयू के लिए भी काम किया था। प्रशांत किशोर इंडिया पॉलिटिकल एक्शन कमेटी के संस्थापक हैं। 2017 में उत्तर प्रदेश और पंजाब विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के लिये काम कर चुके हैं।

बेगूसराय: जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार मंगलवार को मंसूरचक प्रखंड से सभा कर लौट थे। इस दौरान भगवानपुर प्रखंड के दहिया गांव के पास कन्हैया के काफिले में शामिल लोगों व स्थानीय पूजा समिति के सदस्यों के बीच जाम को लेकर कहासुनी हो गई। धीरे-धीरे मामले ने तूल पकड़ना शुरू कर दिया और दोनों पक्षों के बीच झड़प होने लगी। इसमें स्थानीय दुर्गा पूजा समिति से जुड़े लोगों ने कन्हैया के काफिले में शामिल वाहनों पर हमला कर दिया। उसके शीशे तोड़ दिए। साथ ही, गाड़ी को क्षतिग्रस्त भी कर दिया। इस हमले में कन्हैया को किसी तरह का नुकसान नहीं पहुंचा है।

वहीं, दूसरे पक्ष के कुछ लोगों के घायल होने की सूचना है। मामले को लेकर विरोधी पक्ष भगवानपुर थाने में कन्हैया के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने में जुटा है। वहीं कन्हैया कुमार अपने समर्थकों के साथ घटनास्थल से तकरीबन 12 किलोमीटर दूर स्थित बरौनी थाना में उसके साथ हुई घटना को लेकर थानाध्यक्ष से एफआईआर दर्ज करने के प्रयास में जुटे थे।

पटना: बिहार के चर्चित इंटर टॉपर घोटाले के अभियुक्त अमित कुमार उर्फ बच्चा राय की संपत्ति को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने अपने कब्जे में लेना शुरू कर दिया है। सोमवार को ईडी ने वैशाली जिले के विभिन्न जगहों पर स्थित बच्चा राय की 28 संपत्तियों को अटैच कर लिया है। जिन संपत्तियों को कब्जे में लिया गया है उसमें बच्चा राय द्वारा संचालित ट्रस्ट की संपत्ति शामिल नहीं है। हालांकि बाद में उसे भी कब्जे में लेने की कार्रवाई होगी।

पत्नी, पिता, भाई व भाई की पत्नी के नाम थी संपत्ति

बच्चा राय की जिन 28 संपत्तियों को ईडी ने अपने कब्जे में लिया है उसकी कीमत करोड़ों रुपए आंकी गई है। ये संपत्ति बच्चा राय, उसकी पत्नी, पिता, भाई और भाई की पत्नी के नाम पर थी। इसमें हाजीपुर में जमीन और मकान, भगवानपुर में 13 प्लॉट व मकान, टेहरीकलां में 11 प्लॉट और पातेपुर में दो प्लॉट शामिल हैं। कागज पर इन संपत्तियों की कीमत दो करोड़ रुपए के करीब है। हालांकि बाजार भाव 10 करोड़ से ज्यादा आंकी गई है।

नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री एवं राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के प्रमुख उपेन्द्र कुशवाहा ने केंद्र में सत्तारूढ़ राजग का साथ छोड़ने की अटकलों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि उनकी पार्टी राजग के साथ मजबूती से खड़ी है और देशहित में अगले पांच वर्षों के लिये नरेन्द्र मोदी को दोबारा प्रधानमंत्री बनाने की खातिर प्रतिबद्ध है। कुशवाहा ने जोर दिया कि उनकी पार्टी उच्च न्याय पालिका में समाज के सभी वर्गों का प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करने के लिये हल्ला बोल, दरवाजा खोल अभियान को आने वाले समय में पूरी ताकत से आगे बढ़ायेगी।

उपेन्द्र कुशवाहा ने मीडिया से बातचीत में कहा, 'राजग गठबंधन मजबूती से आगे बढ़ रहा है, हम राजग को मजबूत बनाने के लिये लगे हैं और लगे रहेंगे।' उनके खीर संबंधी कथित बयान के बारे में पूछे जाने पर मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री ने कहा, 'इसका गलत अर्थ निकाला गया । इसका संदेश समाज के लिये था, यह कोई राजनीतिक बयान नहीं था। मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री के अनुसार, उनके कहने का आशय था कि समाज के अलग अलग वर्गों से चीजें आएं और उनसे खीर बने तो समाज का तानाबाना मजबूत होगा तथा देश मजबूती से आगे बढ़ेगा।'

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