नई दिल्ली: 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले बिहार में भाजपा और जेडीयू के बीच सीटों को लेकर चल रही खींचतान शुक्रवार को खत्म हो गई है। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बीच दिल्ली में हुई बैठक के बाद सीट बंटवारे को लेकर फैसला हो गया है। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कहा, जेडीयू और भाजपा एक समान सीट पर चुनाव लड़ेंगे और अन्य साथियों को भी सम्मानजनक सीटें मिलेंगी। उन्होंने कहा कि दोनों पार्टियां कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेंगी उसकी घोषणा कुछ दिनों में की जाएगी।
अमित शाह ने कहा कि 2019 का लोकसभा चुनाव पीएम मोदी की अध्यक्षता में लड़ा जाएगा और एनडीए पहले से ज्यादा सीटों पर जीत हासिल करेंगा। उपेंद्र कुशवाह के बारे में पूछे गए सवाल पर अमित शाह ने कहा कि वह हमारे साथ है और एनडीए के सभी साथियों को सम्मानजनक सीटें दी जाएंगी। उन्होंने कहा कि राम विलास पासवान और उपेंद्र कुशवाह हमारे साथ हैं और नए साथी के आने पर सभी की सीटों को घटाया गया है। वहीं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार में सीट बंटवारे के फॉर्मूला पर बात हो गई है।
आपको बता दें कि 2014 के लोकसभा चुनावों में बिहार के 40 लोकसभा सीटों में से भाजपा ने 22 सीटों पर जीत हासिल की थी। वहीं लोजपा ने 6, आरएलएसपी ने तीन और जेडीयू की दो सीटों पर जीत हासिल हुई थी। उधर, एनसीपी ने एक, कांग्रेस ने दो और आरजेडी ने चार सीटों पर जीत हासिल की थी। नीतीश कुमार के साथ उनकी पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर और जदयू के वरिष्ठ नेता राजीव रंजन उर्फ ललन भी थे।
दलीय सूत्रों के मुताबिक यह सीएम की राजनीतिक यात्रा है। उनके पहुंचते ही दिल्ली में मौजूद जदयू के कुछ और नेता उनसे मिलने पहुंचे। 2019 के लोकसभा चुनाव को लेकर एनडीए के बीच बिहार की सीटों पर बंटवारे को लेकर चल रही बातचीत के बीच नीतीश कुमार का दिल्ली पहुंचना अहम माना जा रहा था। गौरतलब हो कि जदयू सांसद आरसीपी सिंह ने बुधवार को ही कहा था कि सीट बंटवारे पर निर्णय लिया जा चुका है और जल्द ही इसका ऐलान आला नेता करेंगे।