नई दिल्ली: मुजफ्फरपुर कांड को लेकर तेजस्वी यादव ने एक बार फिर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा। उन्होंने 20 सवाल पूछे हैं. तेजस्वी यादव ने कहा कि हमने जंतर-मंतर से नीतीश कुमार जी से कई सवाल पूछे थे। सुप्रीम कोर्ट ने भी तल्ख़ टिप्पणी की थी। मधुबनी शेल्टर होम से जो लड़की गायब हुई उसकी कोई जानकारी नहीं है, लेकिन नीतीश कुमार कई मंत्रियों और अफ़सरों को बचाना चाह रहे हैं। मुज़फ्फ़रपुर में जो दरिंदगी हुई उससे पूरा देश शर्मसार है। नीतीश कुमार को नैतिक आधार पर इस्तीफ़ा दे देना चाहिए।
तेजस्वी यादव ने कहा कि मैं नीतीश कुमार से पूछना चाहता हूं कि जनता का पैसा प्रचार में क्यों बहाया गया। सबसे ज्यादा पैसा ब्रिजेश सिंह के अख़बार में क्यों बहाया गया? अब तक सूचना विभाग के जितने भी मुख्य सचिव रहे उनकी जांच हो। तेजस्वी यादव ने कहा कि नीतीश कुमार के प्रिय सभी अधिकारियों के ब्रिजेश सिंह के साथ संबंधों कि जांच होनी चाहिए। उसके एनजीओ को पैसा क्यों दिया गया। पुलिस की नाक के नीचे ये चलते रहा लेकिन उन्हें क्यों पता नहीं चला। ब्रिजेश सिंह के बेटे के जन्मदिन के दिन भी उसके घर क्यों गए? नीतीश जी बताएं कि ब्रिजेश सिंह अभी जनता दल यू में हैं या नहीं।
आपको बता दें कि मुजफ्फरपुर शेल्टर होम में बच्चियों से रेप के मामले में तेजस्वी यादव शुरू से नीतीश कुमार पर हमलावर रहे हैं। बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने पिछले दिनों ही जंतर-मंतर पर प्रदर्शन किया था। साथ ही उन्होंने नीतीश कुमार के नाम एक खुला पत्र लिखा था। उन्होंने इस पत्र के माध्यम से उनपर जमकर निशाना साधा।
उन्होंने अपने पत्र में लिखा, “मुजफ्फरपुर मामले पर आपके महीनों की रहस्यमय चुप्पी देखकर खुला पत्र लिखने पर विवश हुआ हुआ हूं। यह विशुद्ध रूप से गैर राजनीतिक पत्र है, क्योंकि एक समाजिक कार्यकर्ता होने से पहले मैं सात बहनों का भाई, एक मां का बेटा और कई बेटियों व भगिनी का चाचा और मामा हूं। बच्चियों के साथ हुई इस अमानवीय घटना से मैं सो नहीं पाया हूं। आप कैसे चुप रह सकते हैं, आपसे बेहतर कौन जानता है।”
आपको बता दें कि विपक्ष के चौतरफा हमले और दबाव के बाद बिहार की समाज कल्याण विभाग मंत्री मंजू वर्मा ने पिछले दिनों इस्तीफा दे दिया था। इस्तीफा देने के बाद मंत्री ने सफाई देते हुए कहा कि उन्हें 'टारगेट' किया गया। उन्होंने बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव पर आरोप लगाते हुए कहा कि कई रसूखदारों को बचाने के लिए उन्होंने मुझे निशाना बनाया।
विपक्ष मंत्री के पति चंद्रेश्वर वर्मा से मामले के मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर से मधुर संबंध होने का आरोप लगाकर लगातार मंत्री से इस्तीफे की मांग कर रहा था।